सोनीपत: निशा दहिया हत्याकांड में फरार चल रहे मुख्य आरोपी कोच पवन और उसके साथी सचिन ने दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर (Main Accused Pawan Surrendered) कर दिया है. दोनों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दोपहर बाद दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में पेशी होगी. दोनों आरोपी वारदात के बाद से फरार चल रहे थे. सोनीपत पुलिस ने दोनों पर 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
डीसीपी संजीव यादव के मुताबिक सोनीपत में हुई निशा दहिया एवं उसके भाई की हत्या के मामले में दो आरोपियों को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार (nisha dahiya murder Accused Pawan arrested) किया है. इनमें पहला नाम पवन बराक का है जो रोहतक का रहने वाला है. उसके पास से एक लाइसेंसी पिस्तौल बरामद हुई है. दूसरा आरोपी सचिन दहिया सोनीपत का रहने वाला है. उसे द्वारका इलाके से गिरफ्तार किया गया है. हत्या के मामले में पुलिस को इनकी तलाश थी. दोनों पर निशा पहलवान और उसके भाई सूरज की हत्या का आरोप है.
पहलवान निशा दहिया हत्याकांड: मुख्य आरोपी कोच पवन और उसके साथी ने दिल्ली में किया सरेंडर इससे पहले गुरुवार को सोनीपत पुलिस ने आरोपी पवन की पत्नी सुजाता और उसके साले अमित को गिरफ्तार (Nisha Dahiya Murder Two Accuse Arrested) किया था. बताया जा रहा है कि ये दोनों घटना के वक्त वहां पर मौजूद थे. पुलिस का दावा है कि सुजाता और अमित इस वारदात के मुख्य षडयंत्रकारी हैं और वारदात के बाद भागने की फिराक में थे.
क्या है पूरा मामला?
निशा दहिया हलालपुर गांव में स्थित सुशील कुमार एकेडमी (Sushil Kumar Academy) में कुश्ती की प्रैक्टिस करती थी. 10 नवंबर को दोपहर बाद वो एकेडमी में अपने भाई और मां के साथ आई थी. एकेडमी में पहले से ही मौजूद संचालक पवन और उसके कुछ साथियों ने तीनों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी. आरोपियों ने करीब 8-9 राउंड फायरिंग की जिसमें पहलवान निशा, उसका भाई सूरज और मां बुरी तरह घायल हो गये. निशा और उसके भाई की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. जबकि घायल मां को रोहतक पीजीआई में भर्ती किया गया. उसके बाद दिल्ली रेफर कर दिया गया. पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर जयभगवान के मुताबिक निशा को 4 गोलियां लगी था जबकि तीन गोली उसके भाई को और एक गोली उसकी मां धनपति के कंधे पर लगी.
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भाई-बहन का हुआ अंतिम संस्कार
गुरुवार को सोनीपत सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद निशा और सूरज दोनों के शवों को उनके घर लाया गया. शवों के पहुंचते ही पूरे गांव में गमगीन माहौल हो गया. पूरे गांव के लोग निशा के घर इकट्ठे हो चुके थे. परिजनों ने ज्यादा समय ना लगाते हुए गांव के ही शमशान घाट में दोनों भाई-बहन का एक साथ दाह संस्कार कर दिया. गांव के शमशान घाट में भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स और सीआरपीएफ की टुकड़ी भी तैनात रही.
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