सोनीपत: हरियाणा में पेपर लीक मामले में सोनीपत एसटीएफ यूनिट कई बड़े खुलासे कर रही है. सोनीपत एसटीएफ ने इस गैंग के दो मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया है. दोनों ने पूछताछ में बताया कि उनके हैकर रूस में बैठकर हरियाणा सरकार और केंद्र सरकार द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षाओं के कंप्यूटर रूस में बैठे-बैठे हैक कर लेते थे, जिसके लिए वो रूस में बैठे हुए हैकरों (Russia connection in paper leak case) को मोटी रकम भी देते थे.
दोनों को सोनीपत एसटीएफ ने कोर्ट में पेश कर 7 दिन के रिमांड पर लिया है. सोनीपत एसटीएफ यूनिट में इस गैंग के दो मुख्य सरगनाओं सचिन और राजसिंह उर्फ राज तेवतिया को गिरफ्तार (Accused arrested in paper leak case) किया है. आरोपी सचिन हरियाणा में बिजली विभाग में बतौर क्लर्क के पद पर तैनात है और दोनों के तार रूसी हैकरों से जुड़े हैं. पूछताछ में आरोप राज सिंह उर्फ राज तेवतिया ने बताया कि वो गोवा में किसी टूर पर गया हुआ था.
गोआ में राज की मुलाकात रूस की रहने वाली नतानिया नाम की एक महिला से हुई और फिर दोनों ने पेपर लीक करने की अपनी साजिशों को रूस से अंजाम दिया. पेपरों को लिक करवाने के लिए राज सिंह उर्फ राज तेवतिया एक बार रूस का दौरा भी कर चुका है. इस पर भी सोनीपत एसटीएफ लगातार गहनता से जांच कर रही है. इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए सोनीपत एसटीएफ यूनिट के इंचार्ज इंस्पेक्टर सतीश देशवाल ने बताया कि हरियाणा के बहुचर्चित पेपर लीक मामले में हमने भिवानी के रहने वाले सचिन और पलवल के रहने वाले राज सिंह उर्फ राज तेवतिया को गिरफ्तार किया है.
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सचिन हरियाणा सरकार के बिजली विभाग में बतौर क्लर्क के पद पर तैनात है, दोनों को हमने भिवानी से गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने शुरुआती पूछताछ में बताया कि राज सिंह उर्फ राज तेवतिया की मुलाकात गोवा में रूस की रहने वाली नतानिया नाम की महिला से हुई थी, और उसके बाद इन्होंने उसे हरियाणा में आयोजित होने वाली पेपरों में प्रयोग होने वाली लैब को हैक करवाने के लिए मोटी रकम दी. जिसके बाद रूस में बैठे हैकरों ने हरियाणा की कई लैबों को अपने निशाने पर लिया और कई परीक्षार्थियों के पेपर पास करवाएं.