सिरसा: जिस उम्र में बच्चे वीडियो गेम्स में व्यस्त रहते हैं, उस उम्र में हरियाणा के सिरसा में रहने वाले तानिश ने एक मोबाइल ऐप डेवलप कर दी. दरअसल तानिश के माता-पिता अक्सर रोजमर्रा के काम भूल जाते थे. छोटे-छोटे काम न होने से परिवार में टेंशन होती थी. जिसको खत्म करने के लिए तानिश ने इस ऐप को डेवलप की है.
अध्यापक हैं तानिश के माता-पिता
तानिश के पिता अजय सेठी जेबीटी और माता सरिना पंजाब में हेड टीचर हैं. अध्यापक दंपती ड्यूटी करते-करते पेयजल, बिजली बिल भरना जैसे काम नहीं कर पाते थे. मोबाइल ऐप ने उनकी जिंदगी बदल दी है. तानिश की ऐप का नाम लिस्ट अप है जो 35 एमबी की है. गूगल ने इसे अप्रूव कर दिया है. आसानी से इसे प्ले स्टोर से इंस्टॉल किया जा सकता है.
12 साल के बच्चे ने बना दी काम याद दिलाने वाली ऐप मॉयजीओवी.कॉम(mygov.com) वेबसाइट से मिली प्रेरणा
तानिश को भारत सरकार की मॉयजीओवी.कॉम वेबसाइट पर जाकर क्विज प्रतियोगिता में भाग लेने का शौक है. वह वातावरण, इसरो, फएसएसएआइ जैसे क्विज में कई सर्टिफिकेट प्राप्त कर चुका है. इसी वेबसाइट पर मोबाइल ऐप के बारे में क्विज था. 12 वर्षीय तानिश ने क्विज का परिणाम पढ़ा तो घरेलू टेंशन दूर करने के लिए मोबाइल ऐप बनाने की प्रेरणा मिली. जिसके बाद उसने यू-टयूब के सहारे टिप्स जुटाने शुरू कर दिए. दो हफ्तों में मोबाइल ऐप लॉन्च कर दी. बता दें, तानिश शतरंज का प्रदेश स्तरीय खिलाड़ी भी है.
14 दिनों में कर दी ऐप तैयार
तानिश ने बताया कि उसने अपनी मोबाइल ऐप को गूगल से अप्रूव करवाया है. इसके लिए उसे 25 डॉलर यानी लगभग दो हजार रुपये फीस जमा करवानी पड़ी. गूगल को ऐप पसंद आई तो उसने प्ले स्टोर में डाल दिया. उसने बताया कि वो हर रोज दो से ढाई घंटे मोबाइल एप्लीकेशन बनाने में लगाता था. 14 दिनों में यह बनकर तैयार हो गई. उसने बताया कि 20 जून को मोबाइल ऐप लॉन्च कर दी थी.
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तानिश के माता पिता ने बताया कि तानिश द्वारा बनाई गई ऐप से उन जैसे दूसरे लोगों को भी काफी फायदा मिलेगा. इस ऐप से रोजमर्रा के काम कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस ऐप का इस्तेमाल बिना इंटरनेट के भी कर सकते हैं और देश विदेश की कई भाषाओं का प्रयोग किया जा सकता है.