अग्निवीर बनने के लिए युवाओं में जोश रोहतक :अग्निपथ योजना के तहत सेना भर्ती के लिए ट्रेनिंग लेने के लिए युवाओं का एक दल बुधवार को रोहतक स्थित सेना भर्ती दफ्तर से रवाना हो गया. अग्निवीर के लिए चयनित युवा इस दौरान काफी खुश नजर आए. योजना के तहत युवाओं को देश भर में अलग-अलग केंद्रों पर 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी. ट्रेनिंग के बाद ये युवा अग्निवीर कहलाएंगे.
पहले टेस्ट, फिर भर्ती रैली :वर्ष 2023 में अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के लिए बदलाव किया गया है. पहले चरण में ऑनलाइन कंप्यूटर आधारित लिखित परीक्षा (सीईई) होती है और फिर इसके बाद दूसरे चरण में भर्ती रैली होती है. इस साल की बात करें तो ये रैली 17 जुलाई से 30 जुलाई तक रोहतक के राजीव गांधी खेल परिसर में हुई थी जिसमें रोहतक, झज्जर, सोनीपत और पानीपत के युवा शामिल हुए थे. इससे पहले इसी साल 17 अप्रैल से 26 अप्रैल तक सामान्य प्रवेश परीक्षा हुई थी.
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मेडिकल जांच की गई : देश भर में विभिन्न केंद्रों पर ट्रेनिंग पर भेजे जाने से पहले इन युवाओं की सेना भर्ती कार्यालय में कर्नल दीपक कटारिया की देखरेख में मेडिकल जांच हुई. इसके बाद इन्हें बसों के जरिए रवाना कर दिया गया.
देश सेवा का जज्बा : अग्निवीर बनने के लिए जा रहे युवाओं ने अग्निपथ योजना की सराहना भी की. युवाओं का कहना था कि वे देश सेवा का जज्बा लेकर सेना में भर्ती हुए हैं. बाकी युवाओं से भी उन्होंने इस दौरान अपील की है कि वे जमकर मेहनत करें.
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सैलरी के साथ सुविधाएं : गौरतलब है कि अग्निवीरों को 30 हजार से 40 हजार रुपए महीना सैलरी और बाकी भुगतान दिए जाएंगे. अग्निवीरों को भी भारतीय सेना के स्थाई सैनिकों की तरह ही अवॉर्ड, मेडल और इंश्योरेंस कवर दिया जाएगा. 4 वर्ष पूरे होने के बाद इनमें से 25 फीसदी को भारतीय सेना में 15 साल और सेवा देने का मौका मिलेगा. 4 साल बाद जो अग्निवीर बाहर होंगे, उन्हें सेवा निधि पैकेज के तहत टैक्स फ्री करीब 12 लाख रुपए एकमुश्त मिलेंगे.
सरकार को मिले सुझाव : हालांकि अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र सरकार के पास अनेक सुझाव आए हैं. योजना में सुधार लेकर रक्षा मंत्रालय भी गंभीर है. 25 फीसदी अग्निवीरों को नियमित करने के मौजूदा प्रावधान को 50 फीसदी करने और देश के लिए शहादत के हालात में बेहतर लाभ परिजनों को दिया जाना शामिल है.