पानीपतःकोरोना वायरस के संक्रमण पर रोक लगाने के लिए लॉकडाउन के चलते जहां पूरा देश अपने-अपने घरों में अपने परिवार के साथ रह रहा है. वहीं लॉकडाउन के दौरान इस महामारी के बीच भी कुछ कर्मवीर लोगों की सेवा में जुटे हैं. इन्हीं में शामिल हैं ट्रेन के लोको पायलट. जो लगातार अपनी आपातकालीन सेवाएं दे रहे हैं. ईटीवी भारत की टीम ने लॉकडाउन के बीच ड्यूटी दे रहे ट्रेन के कुछ लोको पायलट से बातचीत की है.
लगातार दे रहे हैं ड्यूटी
ईटीवी भारत से बातचीत में पानीपत में ड्यूटी दे रहे ट्रेन के लोको पायलट ने बताया कि जहां पर खाद्य सामग्री की जरूरत होती है, उनके पास सूचना आती है तो वो वहीं पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौरान किसी को भी कोई समस्या ना हो या खाने पीने की दिक्कत ना हो इसलिए वो प्रशासनिक आदेशों के मुताबिक खाद्य सामग्री पहुंचाने का काम कर रहे हैं.
पानीपत के कर्मवीरों के बीच Etv भारत की टीम 'संकट की घड़ी में देश के साथ हूं'
पानीपत के लोको पायलट सुभाष जब ईटीवी भारत की टीम ने बात की तो उनके अंदर एक अलग ही जज्बा देखने को मिला. एक तरह जहां हर कोई कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए घरों में कैद है तो वहीं सुभाष जैसे कर्मवीर लगातार इमानदारी से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. सुभाष का कहना है कि वो देश पर आई इस महामारी में देश के साथ हैं और जितना हो सकेगा वो इस महामारी में ज्यादा से ज्यादा काम करेंगे.
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सहायक लोको पायलट सुशील ने कहा कि कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए देश के प्रधानमंत्री द्वारा लोगों से आह्वान किया हुआ कि वो अपने घरों में रहे. लेकिन वो घर पर नहीं बैठ सकते. लोको पायलट अपनी ड्यूटी देकर देश की सेवा में लगे निरंतर लगे हुए हैं. उनका कहना है कि हमारी यही कोशिश है कि इस महासंकट के बीच ट्रेनों के पहिए नहीं थमने दिए जाएंगे ताकि लोगों को किसी दिक्कत का सामना ना करना पड़े.
'इससे खुशी की क्या बात होगी'
वहीं छुट्टी को लेकर लोको पायलेट सुभाष का कहना है कि वो देश पर आई इस महामारी में देश के लिए कुछ कर सके इससे खुसी की बात और क्या होगी. उनका मानना है कि देश प्रेम दिखाया नहीं जाता जताया जाता है. इसलिए वो देश पर आए इस महासंकट के बीच काम करेंगे जितना होगा वो इस महामारी के समय देश की सेवा करने से पीछे नही हटेंगे, ताकि आर्थिक संकट आने से पहले हम भी कुछ तैयार रहें.