करनाल:धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव चल रहा है. इस महोत्सव में सैकड़ों कलाकार पहुंचकर अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं. कुछ ऐसी ही कला का प्रदर्शन पंजाब के फिरोजपुर से आई बजीगरों की टोली भी कर रही (juggler Group Performing in Gita jayanti Mahotsav) है. इन्होंने अपनी कलाकारी से हर किसी को प्रभावित किया है.
ईटीवी भारत भी गीता महोत्सव के अलग-अलग रंग अपने दर्शकों को दिखा रहा है कि कैसे यहां के कलाकारों ने अपनी कलाकारी से रंग जमाया हुआ है. पंजाब के फिरोजपुर से आए हुए बाजीगरो की टोली ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर अपनी कलाकारी से हर किसी को प्रभावित किया (Juggler Group In Punjab) है. इनकी कला को बाजीगरो की बाजी कहा जाता है. यह लोग पहलवान की तरह इंटरनेशनल गीता महोत्सव (international Gita jayanti Mahotsav) पर कलाकारी दिखाते हैं. वहीं कुछ ऐसे करतब होते हैं जो कुछ खास लोग ही कर पाते हैं. बाजीगर लोग अपनी कलाकारी से लोगों को लुभा रहे हैं. एक बाजीगर अपनी गर्दन में काफी मोटा सरिया हुए दूसरे पहलवान के पेट में दबाता है. इसके बाद वो सरिया पूरी तरह मुड़ जाता है जो हर किसी के लिए करना आसान नहीं होता. करतब देखते ही लोगों के रोंगटे खड़े हो गए.
बाजीगर की टीम के मुख्य कलाकार बलविंदर ने बताया कि वह काफी सालों से यह करते आ रहे हैं. अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में भी कई सालों से पहुंच रहे हैं. इसको बाजीगरो की बाजी कहा जाता है. जो बाजीगर जाति के लोग ही करते हैं. उन्होंने कहा कि जितनी इसमें मेहनत है उतना उनको उनकी मेहनत का फल नहीं मिलता. उनकी आने वाली पीढ़ियों में भी इसको लेकर काफी कम रूझान है. हालांकि यह लोग देश भर में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी जो ऐसे कार्यक्रम होते हैं उनमें अपनी कलाकारी दिखाने के लिए जाते हैं.