कैथल: हरियाणा सरकार लगातार भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने का काम कर रही है. लेकिन उसके बावजूद भी कैथल में कुछ पटवारी रिश्वत के बिना काम ना करने का मन बना चुके हैं. आलम ये है कि पटवारी किसी का भी काम बिना रिश्वत लिए नहीं करते. जिससे गरीब इंसान को कोई भी सरकारी काम करवाने से पहले सोचना पड़ता है. भ्रष्ट अधिकारियों के रिश्वत के मामले लगातार तूल पकड़ते नजर आ रहे हैं.
ऐसा मामला कैथल से भी सामने आया है. स्टेट विजिलेंस पंचकूला (State Vigilance Panchkula) ने पटवार भवन से हल्का मानस के पटवारी को इंतकाल की एवज में दो हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. विजिलेंस पटवारी को अपने साथ ले गई है. मानस निवासी जसबीर ने बताया कि उसने गांव में दो-तीन महीने पहले एक मकान खरीदा था. खरीदे गए मकान का इंतकाल करवाने के लिए वो अपने हलके के पटवारी कौल निवासी बलवंत के पास गया.
पटवारी बलवंत ने उससे मकान का इंतकाल करने की एवज में 5 हजार रुपये रिश्वत की मांग की. दोनों के बीच इंतकाल करवाने को लेकर 2 हजार में मामला तय हो गया. शिकायतकर्ता ने बताया कि यह पटवारी बहुत ही ज्यादा भ्रष्ट है. यहां तक कि अगर विद्यार्थियों को कोई डोमिसाइल भी लेना होता था तो उस पर साइन करने के लिए भी पटवारी उनसे 100 से 200 रुपये तक वसूल करता था. इसलिए उन्होंने स्टेट विजिलेंस पंचकूला में पटवारी के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी.
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गुरुवार को स्टेट विजिलेंस पंचकूला (State Vigilance Panchkula) की टीम डीएसपी शरीफ सिंह के नेतृत्व में कैथल पहुंची. बुधवार सुबह जसबीर पटवार भवन में हल्का पटवारी बलवंत कौल के पास दो हजार रुपए लेकर गया. जैसे ही उसने पटवारी को रुपए दिए तो विजिलेंस की टीम ने पटवारी को रंगे हाथ (Patwari arrested taking bribe in kaitha) पकड़ लिया. विजिलेंस की टीम पटवारी (Patwari arrested taking bribe in Kaithal) को आगामी कार्रवाई के लिए रेस्ट हाउस में लेकर चली गई.