हिसारः प्रदेश में अनाज की खरीद को लेकर सरकार और व्यापारी एक बार फिर से आमने-सामने आते दिखाई दे रहे हैं. हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष और हरियाणा कान्फेड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की और सरकार पर कई आरोप लगाए. बजरंग गर्ग ने कहा कि फसल खरीद के सीजन में सरकार व्यापारी और किसानों को बर्बाद करने के लिए नए-नए फरमान जारी कर नाजायज तंग करने में लगी हुई है.
अनाज की खरीदः सरकार और व्यापारी आमने-सामने
बजरंग गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री ने किसानों के 100% सरसों खरीद की घोषणा की थी. जबकि सरसों की पैदावार का 15% भी सरकारी एजेंसियां खरीद नहीं कर रही हैं. सरसों की खरीद आढ़तियों से कराने के बजाय हर मंडी में सिर्फ चार-पांच हैंडलिंग एजेंट बनाकर कराई जा रही है.
सरसों की खरीद को लेकर बजरंग गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री ने किसानों के 100% सरसों खरीद की घोषणा की थी. जबकि सरसों की पैदावार का 15% भी सरकारी एजेंसियां खरीद नहीं कर रही हैं. सरसों की खरीद आढ़तियों से कराने के बजाय हर मंडी में सिर्फ चार-पांच हैंडलिंग एजेंट बनाकर कराई जा रही है. सरकारी रेट 4200 रुपए होने के बावजूद किसान अपनी सरसों को 3200 से लेकर 3600 तक में बेचने को मजबूर है. सरकारी एजेंसियों के अधिकारी अपने निजी स्वार्थ के लिए किसानों की सरसों खरीदने की बजाय उन्हें धक्खे खिला रहे है.
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि अगर सरकार ने गेहूं खरीद कि व्यवस्था पहले कि तरह नहीं की और गेहूं की खरीद ऑनलाइन की गई तो हरियाणा का व्यापारी एक भी गेहूं के दाने की खरीद नहीं करेगा और मंडियां बंद करके हड़ताल करेगा.