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फतेहाबादः कर्मचारियों के धरने पर जाने से स्वास्थ्य सेवाएं ठप, नौकरी जाने पर किया प्रदर्शन

फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में ठेके पर काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों को बिना नोटिस दिए हटा दिया गया. और टेंडर अस्पताल प्रशासन की ओर से नए ठेकेदार को दे दिया गया है. जिसके चलते नए ठेकेदार ने अपनी मर्जी से कर्मचारियों को रखना शुरू कर दिया. उसके बाद पुराने कर्मचारियों ने धरना शुरू कर दिया है.

धरने पर बैठे ठेके पर काम करने वाले कर्मचारी

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Published : Jul 8, 2019, 3:17 PM IST

फतेहाबाद: नागरिक अस्पताल में ठेके पर रखे गए करीब 115 कर्मचारियों ने आज यानि सोमवार को अचानक हड़ताल शुरू कर दी. जिसके चलते अस्पताल में पूरा काम ठप पड़ गया. अस्पताल में मरीजों को पर्ची कटवाने, दवाई लेने, अल्ट्रासाउंड करवाने जैसी सुविधाओं के लिए परेशान होना पड़ रहा है. कर्मचारियों के अचानक हड़ताल पर चले जाने से अस्पताल में डॉक्टरों के होने के बावजूद भी एक भी मरीज की जांच नहीं हो पाई है. कर्मचारी अस्पताल में बने पार्क में धरने पर बैठ गए हैं.

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क्या है पूरा मामला

अस्पताल प्रबंधन की ओर से हर साल ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों के लिए ठेका दिया जाता है. इस बार भी हर साल की तरह नए कर्मचारियों को रखने का ठेका छोड़ा गया था. अब ऐसे में नए ठेकेदार ने अपनी मर्जी से कर्मचारियों की छटनी की. जिसके चलते पिछले पांच सालों से अस्पताल में काम कर रहे कर्मचारियों को हटा दिया गया.

नए ठेकदार ने जारी की नए कर्मचारियों की लिस्ट

नए ठेकेदार की ओर से रखे गए नए कर्मचारियों की एक लिस्ट लगाई गई है. जिसमें से अधिकतर पुराने कर्मचारियों की छुट्टी कर दी गई. अब जिन नए कर्मचारियों को रखा गया है उनके काम में भी तब्दीली की गई है. इसी के चलते सभी कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है. कर्मचारियों की मांग है कि जब तक सभी पुराने कर्मचारियों को नए ठेकेदार की ओर से काम पर नहीं रखा जाता तब तक हड़ताल जारी रहेगी. हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने कहा कि 30 जून को पुराने ठेकेदार का ठेका खत्म हो गया था. लेकिन अस्पताल प्रबंधन के आश्वासन के बाद 7 दिनों तक पुराने कर्मचारियों ने ही अस्पताल में ड्यूटी दी है. लेकिन अब नए ठेकेदार ने आकर अधिकतर कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया. जिसके बाद कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से अस्पताल में आने वाले मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना उठाना पड़ रहा है.

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