फरीदाबाद: 35वां अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला 2022 इस बार 19 मार्च से शुरू होने जा रहा है. पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के सचिव अरविंद सिंह ने कहा कि 35वां सूरजकुंड मेला (International Surajkund Fair) लंबे अंतराल के बाद आयोजित किया जा रहा है. कोविड 19 महामारी की वजह से साल 2021 में इस मेले को स्थगित कर दिया गया था. इस वर्ष सूरजकुंड मेला नए सिरे से एक बड़े आयोजन के वादे के साथ आया है.
इस साल सूरजकुंड मेले उद्घाटन हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा किया जाएगा. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा उद्घाटन समारोह में ऑनलाइन जुड़ेंगे. 19 मार्च को शाम 5.30 बजे उद्घाटन समारोह आयोजित किया जाएगा. सूरजकुंड मेला 1987 में पहली बार भारत की हस्तशिल्प, हथकरघा और सांस्कृतिक विरासत की समृद्धि और विविधता को प्रदर्शित करने के लिए आयोजित किया गया था.
केंद्रीय पर्यटन, कपड़ा, संस्कृति, विदेश मंत्रालय और हरियाणा सरकार के सहयोग से सूरजकुंड मेला प्राधिकरण और हरियाणा पर्यटन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित, ये त्योहार अपने शिल्प, संस्कृति और भारत के व्यंजनों के प्रदर्शन के लिए अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन कैलेंडर पर गर्व और प्रमुखता के स्थान पर आ गया है. ये शिल्प मेला (Surajkund Mela in Faridabad) भारत के हजारों शिल्पकारों को अपनी कला और उत्पादों को व्यापक दर्शकों के सामने प्रदर्शित करने में मदद करता है.
इस प्रकार, मेले ने भारत के विरासत शिल्प को पुनर्जीवित करने में भी मदद की है. समय के साथ तालमेल बिठाते हुए, पेटीएम इनसाइडर जैसे पोर्टलों के माध्यम से ऑनलाइन टिकट उपलब्ध कराए जाते हैं, जिससे आगंतुकों को लंबी कतारों की परेशानी के बिना मेला परिसर में आसानी से प्रवेश करने में मदद मिलती है. मेला स्थल तक आसपास के क्षेत्रों से आने वाले दर्शकों को लाने के लिए विभिन्न स्थानों से विशेष बसें चलेंगी.
सूरजकुंड शिल्प मेला के इतिहास में एक बेंचमार्क स्थापित किया गया था, क्योंकि इसे 2013 में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपग्रेड किया गया था. 2020 में, यूरोप, अफ्रीका और एशिया के 30 से अधिक देशों ने मेले में भाग लिया. इस वर्ष 30 से अधिक देश मेले का हिस्सा होंगे, जिसमें भागीदार राष्ट्र- उज्बेकिस्तान भी शामिल है. लैटिन अमेरिकी देशों, अफगानिस्तान, इथियोपिया, इस्वातिनी, मोजाम्बिक, तंजानिया, जिम्बाब्वे, युगांडा, नामीबिया, सूडान, नाइजीरिया, इक्वेटोरियल गिनी, सेनेगल, अंगोला, घाना, थाईलैंड, नेपाल, श्रीलंका, ईरान, मालदीव और अन्य देशों से उत्साही भागीदारी होगी.