चरखी दादरी:13 जून को कपुरी पहाड़ी स्थित आश्रम में साहुवास गांव के सरपंच संदीप हत्याकांड (Sarpanch Sandeep murder case) में दादरी पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि सरपंच संदीप की हत्या की योजना भिवानी जेल में बनाई गई थी. दरअसल, भिवानी जेल में बंद गैंगस्टर प्रदीप कासनी ने ही संदीप की हत्या करने के लिए अपने तीन साथियों को चुना था.
एसपी विनोद कुमार ने बताया कि साहुवास गैंग (मृतक सरपंच संदीप) और कासनी गैंग की दुश्मानी सालों पुरानी है. कासनी गैंग ने इससे पहले सरपंच संदीप के बड़े भाई को भी मौत के घाट उतारा था. जिसके बाद ही मृतक संदीप और उसके पिता को पुलिस की ओर से सुरक्षा दी गई थी.
गैंगवॉर में गई कई लोगों की जान
एसपी विनोद कुमार ने ये भी बताया कि संदीप के बड़े भाई की मौत से पहले प्रदीप कासनी के भाई की हत्या भी साहुवास गैंग ने की थी. जिसके बाद से ही दोनों पक्षों में रंजिश चल रही है. एसपी ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से कई हत्याएं की जा चुकी हैं.
पुलिस ने सरपंच संदीप हत्याकांड के मुख्य आरोपी जोगेंद्र उर्फ भोली और उसके साथी को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है. रिमांड के दौरान मुख्य आरोपी ने खुलासा किया कि सरपंच संदीप की गाड़ी में जीपीएस लगाया गया था ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस की जा सके और फिर मौका मिलते ही उसे गोलियों से भून दिया जाए.
एसपी विनोद कुमार ने बताया कि कासनी और साहुवास गैंग में पिछले कई सालों से गैंगवार चल रही है. चौधर को लेकर दोनों गैंगों के बीच दुश्मनी बनी थी. गैंग के मुखिया संदीप कासनी और काला साहुवास की हत्या भी हो चुकी है. दोनों के बीच चल रही दुश्मनी के कारण कई लोगों की हत्या हो चुकी हैं.
ये भी पढ़िए:गैंगस्टर बेटे की मौत का 5 साल बाद मां ने ऐसे लिया बदला, गैंग चलाया, रेकी की और उतार दिया मौत के घाट