चंडीगढ़:गर्मी बढ़ने के साथ ही शहर में पानी की किल्लत शुरू हो गई है, जिस कारण ऊपर की मंजिल में फुल प्रेशर से पानी नहीं आ रहा है. कई एरिया में छतों पर रखी पानी की टंकियां नहीं भर पा रही हैं. पानी की किल्लत के चलते चंडीगढ़ नगर निगम (Chandigarh Municipal Corporation) ने ऐलान किया है कि जो भी पानी को बर्बाद करता हुआ पाया जाएगा उसपर 5 हजार रुपये का जुर्माना लगेगा. चंडीगढ़ नगर निगम ने . 15 अप्रैल से इस मुहिम की शुरुआत कर दी है. इसके लिए निगम ने खास टीमों का गठन किया है.
नगर निगम कमिश्नर आनंदिता मित्रा ने बताया कि पानी की बर्बादी रोकने के लिए नगर निगम की ओर से 18 टीमों का गठन किया गया है. पानी के सप्लाई आने के बाद हर सेक्टर में जाकर यह देखेगी कि कोई व्यक्ति पानी की बर्बादी तो नहीं कर रहा है. अगर ऐसा कोई व्यक्ति ऐसा करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पानी की लाइन में सीधा बूस्टर पंप लगा दिया है उन्हें भी चालान भुगतना होगा.
चंडीगढ़ में पानी बर्बाद करना पड़ सकता है महंगा कटेगा 5000 रुपए का चालान इसके अलावा अगर आपका मीटर लीक कर रहा है, ऊपर से ओवर फ्लो हो रहा हा या अंडरग्राउंड टैंक है तो भी आपको चालान भुगतना होगा .नगर निगम कमिश्नर आनंदिता मित्रा के आदेश के बाद एमसीसी के एसडीई और जेई की 18 टीमों ने सुबह 5.30 से 8.30 बजे तक पीने योग्य पानी के दुरुपयोग की जाँच शुरू की. अभियान का पहला दिन कई उल्लंघनकर्ता अपने घरों में पीने के पानी का दुरुपयोग करते पाए गए. जिनका 5 हजार रुपये का जुर्माना किया गया.
आनंदिता मित्रा ने कहा कि चंडीगढ़ में 15 अप्रैल से 30 जून तक सुबह 5:30 से 8:30 बजे तक अगर कोई लॉन में पानी डालता हुआ मिला या गाड़ी धोता हुआ दिखाई दिया उस पर पांच हजार रुपये का जुर्माना किया जाएगा. इसके अलावा आनंदिता मित्रा ने ये भी कहा है कि अगर चालान के बाद भी किसी ने पानी की बर्बादी नहीं रोकी तो उसकी पानी की सप्लाई काट दी जाएगी साथ ही चालान की राशि पांच हजार से बढ़ाकर 20 हजार कर दी जाएगी.
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