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50 करोड़ की लागत से बनी मल्टीलेवल पार्किंग बनी नशेड़ियों का अड्डा, नहीं लगाए गए CCTV

इस मल्टीलेवल पार्किंग में तीन फ्लोर बनाए गए थे. पहले 2 फ्लोर के ऊपर गाड़ियां खड़ी की जाती हैं, लेकिन सबसे नीचे वाले फ्लोर पर कोई गाड़ी खड़ी नहीं की जाती. जिससे ये फ्लोर अव्यवस्थाओं का शिकार हो रहा है. इस फ्लोर पर हर तरफ गंदगी फैली है. यहां पर सफाई कर्मचारियों द्वारा सफाई भी नहीं की जाती.

Multilevel parking in Chandigarh Sector 17
Multilevel parking in Chandigarh Sector 17

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Published : Feb 8, 2020, 8:32 PM IST

Updated : Feb 12, 2020, 4:39 PM IST

चंडीगढ़: सेक्टर-17 में प्रशासन ने करीब 50 करोड़ रुपये की लागत से मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण करवाया था, ताकि वहां पर वाहनों को पार्क किया जा सके, लेकिन ये मल्टीलेवल पार्किंग नशेड़ी युवाओं का अड्डा बन चुकी है. हर शाम नशेड़ी यहां आकर अपनी महफिल सजाते हैं. हैरानी की बात तो ये है कि ना तो यहां कोई सुरक्षा गार्ड है और ना ही सीसीटीवी.

50 करोड़ रुपये की लागत से बनी है मल्टीलेवल पार्किंग

इस अंडर ग्राउंड पार्किंग में तीन फ्लोर बनाए गए थे. जिसमें से पहले 2 फ्लोर के ऊपर गाड़ियां खड़ी की जाती हैं, लेकिन सबसे नीचे वाले फ्लोर पर कोई गाड़ी खड़ी नहीं की जाती. जिससे ये फ्लोर अव्यवस्थाओं का शिकार हो रहा है. इस फ्लोर पर हर तरफ गंदगी फैली है. यहां पर सफाई कर्मचारियों द्वारा सफाई भी नहीं की जाती.

चंडीगढ़ सेक्टर 17 की मल्टीलेवल पार्किंग नशेड़ियों का अड्डा बन चुकी है.

शराबियों का अड्डा बन गई है ये मल्टीलेवल पार्किंग

इतना ही नहीं ये फ्लोर शाम होते ही नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है. यहां पर हर शाम नशेड़ी अलग-अलग तरह का नशा करते हैं और जाम छलकातें हैं. उन्हें रोकने वाला यहां कोई नहीं है. इस पूरे फ्लोर पर नशेड़ियों द्वारा फैलाई गई गंदगी को देखा जा सकता है. नशेड़ी ना सिर्फ यहां पर गंदगी फैलाते हैं. बल्कि खुले में शौच भी करते हैं. जिससे इस फ्लोर पर बदबू फैल जाती है.

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अनियमितता मिलने के बाद भूल गए अधिकारी ?

आपको बता दें कि इस पार्किंग का निर्माण साल 2016 में हुआ था. जिसके बाद इस पार्किंग की छत से पानी रिसना शुरू हो गया था. जब आईआईटी की टीम ने इसकी जांच की तो उन्होंने निर्माण में भारी अनियमितताएं पाई. जिसके बाद प्रशासन ने फैसला किया कि छत को फिर से बनाया जाएगा. जिसपर 2 करोड़ रुपये खर्च आएंगे. इसके बाद प्रशासन की काफी किरकिरी भी हुई थी. क्योंकि 50 करोड़ की लागत से बनाई गई इमारत 2 साल भी नहीं टिक पाई.

Last Updated : Feb 12, 2020, 4:39 PM IST

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