चंडीगढ़ः रविवार से रुक-रुक कर हो रही बारिश से प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. मानसून के आते ही तेज बारिश ने लोगों की परेशानियां भी बढ़ा दी है. वहीं शहर में भरे बारिश के पानी ने प्रशासन के तमाम दावों की पोल खोल कर रख दी है.
अंबाला में घर छोड़ने को मजबूर हुए लोग
अंबाला में तो हालात ये है कि लोगों को अपना घर छोड़कर वहां से पलायन करना पड़ रहा है. उसके बावजूद भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड प्रशासन या सरकार की तरफ से कोई मदद मिल रही थी. वहीं मामला मीडिया में आने के बाद आला अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए और अब वो लगातार जिले का दौरा कर लोगों के लिए राहत कार्य में जुटे हुए हैं.
'पानी के साथ हो सकती है बिजली की समस्या'
भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड अधिकारी नरेंद्र शर्मा ने बताया कि जिस कॉलोनी के अंदर पानी भरा है वहां पावर सप्लाई कंट्रोलपॉइंट बनाया गया है, जो अलार्मिंग स्टेज तक पहुंच चुका था. उन्होंने बताया कि अगर पानी उस लेबल से ऊपर चला जाता तो अंबाला के साथ-साथ कई और जिलों की बिजली गुल हो जाती.
बाढ़ जैसे हालात, देखें जलभराव की अलग-अलग तस्वीरें रोहतक में कागजी तैयारी तक सीमित प्रशासन!
रोहतक में भी भारी बारिश ने प्रशासन के तमाम दावों को झूठा साबित कर दिया है. मंगलवार से हो रही बारिश के कारण लोगों को गर्मी से तो राहत मिली है लेकिन साथ ही ये मुसीबत का भी सबब बना है. स्थानीय लोगों का कहना है कि मानसून से पहले आला अधिकारियों ने बारिश से निपटने के कई दावे किए थे लेकिन लगता है सारी तैयारी केवल काजगों तक ही सीमित रह गए.
जींद में सरकारी दफ्तर नदियों में तब्दील
वहीं जींद में बारिश होने से जगह-जगह सीवर जाम हो गए हैं. जिससे नालियों का गंदा पानी सड़कों पर जमा हो गया है और लोगों को इसी पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है. यही नहीं नालियों का ये गंदा पानी लोगों के घरों में भी घुस रहा है तो वहीं सरकारी दफ्तर भी नदियों नें तब्दील हो गए हैं. आस-पास के लोगों ने प्रशासन से जल्द समस्या से निपटारे की गुहार लगाई है.
चरखी दादरी के भी बुरे हालात
बात करें चरखी दादरी की तो बारिश के चलते शहर में पानी निकासी के दावे भी धराशायी नजर आए. जहां पानी निकासी नहीं होने के चलते अधिकतर कालोनियों जलमग्न हो गई. इसके अलावा शहर की अन्य कई गलियों में सीवरेज संबंधी समस्या होने से लोग परेशान हो रहे हैं.