चंडीगढ़/करनालःदेश और प्रदेश में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है. बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर जहां विपक्षी पार्टियां लगातार सरकार को घेरती रही हैं. वहीं इस मुद्दे की गंभीरता का पता इस बात से भी चलता कि प्रदेश की सियासी पार्टियां अपने मेनिफेस्टो में इस समस्या को लगातार जगह देती आ रही हैं और पार्टियों की ओर से युवाओं को रोजगार देने के एक से बढ़कर एक दावे किए जाते रहे हैं. प्रदेश की सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी ने युवाओं को रोजगार देने के लिए वादे किए थे.
सक्षम युवा योजना
प्रदेश के पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रदेश की बीजेपी सरकार ने हरियाणा प्रदेश की स्वर्ण जयंती के मौके पर 1 नवंबर 2016 को सक्षम युवा योजना की शुरूआत की. पहले यह योजना पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं के लिए थी, लेकिन बाद में इसमें ग्रेजुएट और 10 + 2 किए युवाओं को भी शामिल कर लिया गया.
सक्षम युवा योजना क्या है ?
- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा के स्वर्ण जयंती वर्ष के मौके पर 1 नवंबर 2016 को इस योजना की शुरूआत की.
- योजना का लाभ लेने के लिए पढ़े-लिखे युवाओं को सक्षम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होता है.
- इस योजना के तहत बेरोजगार युवा को प्रदेश सरकार की ओर से महीने में 100 घंटे का काम और बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है. जिसके लिए पोस्ट ग्रेजुएट युवा को प्रति महीने 6000 रु. 100 घंटे काम की सैलरी और 3000 रु. बेरोजगारी भत्ता कुल मिलाकर 9000 रु. हर महीने मिलते हैं. ग्रेजुएट युवा को 6000 रु. 100 काम के लिए सैलरी और 1500 रु. बेरोजगारी भत्ता कुल मिलाकर 7500 रु. हर महीने मिलते हैं. 10+2 किए युवा को प्रति महीने 6000 रु. काम के लिए सैलरी और 900 रु. बेरोजगारी भत्ता मिलता है.
- 100 घंटे काम ना मिलने की स्थिति में भी युवा को बेरोजगारी भत्ता मिलता रहता है.
- योजना के तहत रजिस्ट्रेशन कराने वाले युवा की परिवार की सलाना आय किसी भी स्त्रोत से 3 लाख रु. से ज्यादा नहीं होनी चाहिए, युवा किसी कंपनी में कार्यरत भी नहीं होना चाहिए.
- युवा हरियाणा का स्थायी निवासी होना चाहिए.
- युवा दिल्ली विश्वविद्यालय या चंडीगढ़ या हरियाणा के किसी विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होना चाहिए.
- इस योजना का लाभ युवाओं को केवल तीन वर्षों के लिए मिलेगा. इस अवधि में वे अपने लिए स्थायी रोजगार का प्रबंध कर सकते हैं .
हरियाणा सरकार के अनुसार सक्षम युवा योजना के तहत अभी तक बेरोजगारी भत्ता और मानदेय के रूप में लगभग 700 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा चुकी है. जबकि सक्षम योजना के तहत आवेदन करने वालों की संख्या 1 लाख, 91 हजार, 529 है. जिसमें से 1 लाख 7 हजार 235 आवेदन योग्य मिले हैं. इन योग्य युवाओं में से भी 96 हजार 588 को ही काम दिया जा सका है.
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मनोहर सरकार पार्ट-1 में योजना की स्थिति
फिलहाल सक्षम योजना की बात की जाए तो हरियाणा सरकार की तरफ से अपने पहले कार्यकाल में 97 हजार युवाओं ने अप्लाई किया था. जिनमें 10+2 तक की पढ़ाई किए और ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट युवा शामिल हैं. मगर इसमें से भी 82 हजार युवाओं को ही 100 घंटे का काम दिया जा सका.
सरकार का दावा है कि 82 हजार में से 40 हजार युवा विभिन्न प्रकार की नौकरियों में एडजस्ट हो चुके हैं, जबकि केवल 42000 युवा सक्षम योजना के तहत प्रदेश में 100 घंटे काम के बदले पैसा ले रहे है.
सरकार का दावा है कि अब तक बेरोजगारी भत्ता एवं मानदेय के रूप में लगभग 700 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा चुकी है. जबकि सरकारी रिकार्ड के अनुसार प्रदेश में बेरोजगार युवाओं की संख्या 80 हजार के करीब बताई जा चुकी है.