चंडीगढ़:स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग (Swachh Survekshan-2021 chandigarh) में कभी टॉप रहने वाला चंडीगढ़ अब लगातार पिछड़ता जा रहा है. चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम की तमाम कोशिशों के बाद चंडीगढ़ की रैंकिंग लगातार गिर (Swachh Survekshan-2021 chandigarh rank) रही है. कुछ साल पहले तक पहले या दूसरे पायदान पर रहने वाला चंडीगढ़ अब पिछले कई सालों से टॉप टेन में भी नहीं आ पा रहा है. जहां पिछले साल चंडीगढ़ की रैंक (swachh survekshan rank) 16 थी, वहीं इस साल चंडीगढ़ 22 अंक गिरकर सीधा 38वें स्थान पर पहुंच गया है. चंडीगढ़ ने इस बार कुल 4277.29 स्कोर किया है.
चंडीगढ़ की रैंकिंग गिरने के साथ ही विपक्षी दल भाजपा पर हमला बोलने लगे हैं. कांग्रेस, भाजपा पर कई तरह के आरोप लगा रही है. चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि चंडीगढ़ नगर निगम (chandigarh nagar nigam) में जब से भाजपा काबिज हुई है तब से शहर की हालत बदतर होती जा रही है. भाजपा के नगर निगम में आने के बाद ही शहर की रैंकिंग गिरनी शुरू हुई. इससे पहले चंडीगढ़ न केवल देश में बल्कि पूरी दुनिया में स्वच्छता के लिए जाना जाता था, लेकिन भाजपा के आने के बाद चंडीगढ़ में स्वच्छता दिखाई नहीं दे रही.
ये भी पढ़ें-Swachh Survekshan-2021: देश में हरियाणा को मिला दूसरा स्थान, गुरुग्राम, रोहतक और करनाल को मिला गोल्ड अवार्ड
सुभाष चावला ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के मेयर और पार्षद यहां पर काम करने वाली एक प्राइवेट कंपनी से मिले हुए हैं. उस प्राइवेट कंपनी को चंडीगढ़ का 45% हिस्सा सफाई करने के लिए दिया गया है. जब चंडीगढ़ पहले और दूसरे स्थान पर आता था, तब उस कंपनी को सफाई के लिए 2 करोड़ रुपए हर महीने दिए जाते थे, लेकिन अब उस कंपनी को हर महीने 4.50 करोड़ रुपए दिए जाते हैं और इसके बावजूद चंडीगढ़ की रैंकिंग लगातार गिरती जा रही है. जिससे साफ है कि नगर निगम जनता के पैसे को बर्बाद कर रहा है.