हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

Swachh Survekshan-2021: स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिग में चंडीगढ़ पिछड़ा, कांग्रेस ने भाजपा पर फोड़ा ठीकरा

स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिग में चंडीगढ़ (Swachh Survekshan-2021 chandigarh rank) लगातार पिछड़ता जा रहा है. इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में चंडीगढ़ को 38वीं रैंक मिली है. चंडीगढ़ की रैंकिंग गिरने पर विपक्षी पार्टियों ने भाजपा सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.

Swachh Survekshan-2021 chandigarh
चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला

By

Published : Nov 20, 2021, 5:09 PM IST

चंडीगढ़:स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग (Swachh Survekshan-2021 chandigarh) में कभी टॉप रहने वाला चंडीगढ़ अब लगातार पिछड़ता जा रहा है. चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम की तमाम कोशिशों के बाद चंडीगढ़ की रैंकिंग लगातार गिर (Swachh Survekshan-2021 chandigarh rank) रही है. कुछ साल पहले तक पहले या दूसरे पायदान पर रहने वाला चंडीगढ़ अब पिछले कई सालों से टॉप टेन में भी नहीं आ पा रहा है. जहां पिछले साल चंडीगढ़ की रैंक (swachh survekshan rank) 16 थी, वहीं इस साल चंडीगढ़ 22 अंक गिरकर सीधा 38वें स्थान पर पहुंच गया है. चंडीगढ़ ने इस बार कुल 4277.29 स्कोर किया है.

चंडीगढ़ की रैंकिंग गिरने के साथ ही विपक्षी दल भाजपा पर हमला बोलने लगे हैं. कांग्रेस, भाजपा पर कई तरह के आरोप लगा रही है. चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि चंडीगढ़ नगर निगम (chandigarh nagar nigam) में जब से भाजपा काबिज हुई है तब से शहर की हालत बदतर होती जा रही है. भाजपा के नगर निगम में आने के बाद ही शहर की रैंकिंग गिरनी शुरू हुई. इससे पहले चंडीगढ़ न केवल देश में बल्कि पूरी दुनिया में स्वच्छता के लिए जाना जाता था, लेकिन भाजपा के आने के बाद चंडीगढ़ में स्वच्छता दिखाई नहीं दे रही.

स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिग में चंडीगढ़ पिछड़ा, कांग्रेस ने भाजपा पर लगाए आरोप

ये भी पढ़ें-Swachh Survekshan-2021: देश में हरियाणा को मिला दूसरा स्थान, गुरुग्राम, रोहतक और करनाल को मिला गोल्ड अवार्ड

सुभाष चावला ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के मेयर और पार्षद यहां पर काम करने वाली एक प्राइवेट कंपनी से मिले हुए हैं. उस प्राइवेट कंपनी को चंडीगढ़ का 45% हिस्सा सफाई करने के लिए दिया गया है. जब चंडीगढ़ पहले और दूसरे स्थान पर आता था, तब उस कंपनी को सफाई के लिए 2 करोड़ रुपए हर महीने दिए जाते थे, लेकिन अब उस कंपनी को हर महीने 4.50 करोड़ रुपए दिए जाते हैं और इसके बावजूद चंडीगढ़ की रैंकिंग लगातार गिरती जा रही है. जिससे साफ है कि नगर निगम जनता के पैसे को बर्बाद कर रहा है.

पिछले पांच साल स्वच्छ सर्वेक्षण में चंडीगढ़ की स्थिति

साल- स्थान

  • 2016 - 2
  • 2017 - 11
  • 2018 - 3
  • 2019 - 20
  • 2020 - 16

बता दें कि, स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 के परिणामों में इंदौर को लगातार पांचवीं बार सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया. वहीं सूरत को दूसरा और विजयवाड़ा को तीसरा स्थान मिला. आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा घोषित सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ को भारत का सबसे स्वच्छ राज्य घोषित किया गया. सर्वेक्षण में वाराणसी को 'स्वच्छ गंगा शहर' की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये.

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP

ABOUT THE AUTHOR

...view details