चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को हरियाणा के 12 जिले बाढ़ प्रभावित घोषित किए. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से पानी आया, उसका अनुमान नहीं था. 8 से 12 जुलाई के बीच हरियाणा में सामान्य रूप से 28.4 एमएम बारिश होती है, लेकिन इस बार 110 एमएम बारिश हुई है. चार जिलों में तो रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है. इस साल हरियाणा में 8 से 10 फीसदी ज्यादा बारिश हुई. जिसकी वजह से हरियाणा के 1353 गांवों में पानी भर गया.
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बचाव राहत कार्य जारी: सीएम ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम भेजी गई हैं. इसके अलावा 41 राहत शिविर लगाए गए हैं. जिनमें 6 हजार लोग पहुंचे हैं. 1600 लोग अभी भी इनमें रह रहे हैं, बाकी चले गए हैं. इन राहत शिविरों में 37 हजार लोगों का इलाज हुआ है. इसके अलावा पशुओं के लिए शिविर लगाए हैं. जिनमें 50 लाख पशुओं को बीमारी निरोधक टीके लगे हैं. फतेहाबाद और सिरसा जिला अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं.
सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन. करीब 500 करोड़ का नुकसान: सीएम ने कहा कि हरियाणा में बाढ़ की वजह से अभी तक 35 लोगों की मौत हुई है. बाढ़ से 125 मकान गिरे हैं और 600 के करीब मकानों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है. सीएम ने कहा कि बाढ़ से 399 प्रोजेक्ट पर नुकसान हुआ है. जिसमें 90 करोड़ का खर्च ठीक करने में आएगा. 7 दिन में मरम्मत का काम शुरू होगा. सीएम ने कहा कि हरियाणा में बाढ़ से करीब 500 करोड़ के नुकसान का अनुमान है.
मनोहर लाल ने कहा कि बारिश और बाढ़ से हरियाणा में 3,369 खंभे क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके अलावा 1477 ट्रांसफार्मर (डी.टी.) और अन्य बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचा है. इनकी मरम्मत के लिए लगभग 22.08 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी. प्रदेश में 17 सरकारी पशु औषधालय और सरकारी पशु अस्पताल भवनों को नुकसान पहुंचा है. इनकी मरम्मत के लिए 1 करोड़ 24 लाख रुपये की राशि खर्च की जाएगी.
बाढ़ से प्रभावित लोगों को मुआवजा: मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ की वजह से अभी तक 35 लोगों की मौत हुई है. लिहाजा मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये प्रति व्यक्ति मुआवजा दिया जाएगा. इसके अलावा अंगों की हानि के लिए भी मुआवजा दिया जाएगा. अगर दिव्यांगता 40 से 60 प्रतिशत है, तो प्रति व्यक्ति 74,000 रुपये, यदि दिव्यांगता 60 प्रतिशत से अधिक है, तो प्रति व्यक्ति 2 लाख 50 हजार रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा, दुधारू पशुओं के लिए भी फंड के प्रावधान अनुसार सहायता दी जाएगी.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि हरियाणा को केंद्र से 281 करोड़ रुपये बाढ़ राहत पैकेज मिला है. जिसमें बाढ़ से खराब हुई 1142 सड़कों की मरम्मत के बजट रखा गया है. बाढ़ से खराब सड़कों के निर्माण के लिए 230 करोड़ रुपये मंजूर हुए हैं. इतना ही नहीं, सिंचाई और जल संसाधन विभाग द्वारा 399 संरचनाओं और लाइनिंग, बांधों और किनारों के कटाव की सूचना दी गई है, जिसकी मरम्मत पर 90 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.
20 अगस्त तक खोला क्षतिपूर्ति पोर्टल: सीएम ने कहा कि बाढ़ से फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है. 18 हजार एकड़ फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं. जिन किसानों की 100 प्रतिशत फसल बर्बाद हुई है. उन्हें 15 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाएगा. जहां फिर से बुवाई होगी, वहां अलग मुआवजा दिया जाएगा. सीएम ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वो 31 जुलाई तक बाढ़ से खराब हुई फसलों ब्यौरा दें. उन्होंने कहा कि क्षतिपूर्ति पोर्टल 20 अगस्त खोला गया है.
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सीएम ने कहा कि 380 गांवों में से पानी निकलना शुरू कर दिया गया है. शहरों में 33 वार्ड सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 2878 मेडिकल कैंप लगाए गए हैं. सीएम ने कहा कि हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 3.69 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. दिल्ली सरकार ने वक्त पर कदम नहीं उठाए. वक्त पर कदम उठाए जाते, तो हालात नहीं बिगड़ते. उन्होंने कहा कि बैराज से 23000 क्यूसेक पानी नहरों में छोड़ा जाता है.