चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने भूना सहकारी चीनी मिल के कर्मचारियों को राहत प्रदान करने के लिए सहकारी चीनी मिलों में रिक्त पदों को पुन: सृजित करके नियुक्ति करने का निर्णय लिया है. यह निर्णय विभिन्न सहकारी चीनी मिलों एवं सहकारी संस्थाओं में उपलब्ध रिक्त पदों पर लिया गया है. यह निर्णय कुछ दिन पहले आयोजित एक बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में लिया गया था.
इस संबंध में पुन: रोजगार प्राप्त कर्मचारियों ने हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉक्टर बनवारी लाल व हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के अध्यक्ष सुभाष बराला से मुलाकात की. उनके इस राहत प्रदान करने वाले फैसले का स्वागत करते हुए उनका आभार व्यकत किया.
हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने बताया कि राज्य की सहकारी चीनी मिलों में समाप्त पदों को पुन: सृजित करते हुए 109 कर्मचारियों को विभिन्न सहकारी चीनी मिलों में नियुक्ति कर दिया गया है साथ ही तथा दो कर्मचारीयों की सेवानिवृत भी कर दी गई है. इसके अलावा, जिन कर्मचारियों की सेवानिवृति आगामी 31 दिसंबर 2025 तक होनी है और जो किसी भी पद की योग्यता पूर्ण नहीं करते हैं. ऐसे 159 कर्मचारियों को सहकारी चीनी मिलों में रिटेनरशिप के आधार पर भेज दिया गया है.
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साथ ही उन्होंने बताया कि जब भी संबंधित मिल को उनकी सेवाओं की आवश्यकता होगी तब उन कर्मचारीयों को बुला लिया जाएगा. अभी शेष स्थाई 18 कर्मचारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है. हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के अध्यक्ष सुभाष बराला ने बताया कि 237 कर्मचारियों को विभिन्न सहकारी चीनी मिलों एवं सहकारी संस्थाओं में उपलब्ध रिक्त पदों पर उनकी योग्यता के अनुसार पहले ही नियुक्त कर दिया गया है. बराला ने बताया कि भूना सहकारी चीनी मिल गन्ने की कमी व भारी वित्तीय घाटे के कारण वर्ष 2006 में परिसमापन के अधीन हो गई थी.
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उसके बाद गत 9 नवंबर 2006 को विशेष उच्च अधिकार प्राप्त समिति की बैठक में निर्णय लिया गया था कि भूना सहकारी चीनी मिल को ‘‘जैसी है जहां हैं’’ के आधार पर सभी कर्मचारियों सहित 40.25 करोड़ रूपए में मैसर्ज वाहिद संधर शुगर लि. फगवाड़ा को बेचा गया था. लेकिन अधिकतम कर्मचारियों ने नए मिल प्रबंधन के पास कार्य ग्रहण न करके सहकारी संस्थाओं व सरकारी विभागों में उन्हें समायोजित करने की मांग की थी. सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के अध्यक्ष ने बताया कि वर्तमान हरियाणा सरकार लोगों के उत्थान के लिए विभिन्न कदम उठा रही है और ऐसे कर्मचारियों की पुनर्नियुक्ति से उन्हें पुन: रोजगार मिला रहा है.