चंडीगढ़ः कांग्रेस, भाजपा, इनेलो, जजपा और आप के आठ नेता अपने मतदान वाली सीटों को छोड़कर दूसरी लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं. पार्टियों ने उम्मीदवारों को टिकटऐसे मौके पर दी, तब तक वोट बनवाने का समय भी बीत चुका था. अगर उम्मीदवारों को समय से टिकट मिलता तो हो सकता था, वो अपनी मूल सीट से वोट कटवाकर चुनाव लड़ने वाली सीट पर वोट बनवा लेते.
जो उम्मीदवार अपने मत का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे, उनमें पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व सांसद अरविंद शर्मा, राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व स्पीकर और विधायक कुलदीप शर्मा, पूर्व मंत्री निर्मल सिंह, दिग्विजय चौटाला, अर्जुन चौटाला और नवीन जयहिंद शामिल हैं.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा- सोनीपत से कांग्रेस उम्मीदवार
पूर्व सीएम हुड्डा का वोट रोहतक जिले के गढ़ी-सांपला-किलोई विधानसभा क्षेत्र में हैं. ये उनकी विधानसभा सीट भी है. अभी तक हुड्डा अपने लोकसभा और विधानसभा का चुनाव रोहतक संसदीय क्षेत्र से ही लड़ते रहे, इसलिए दोनों चुनावों में खुद को अपना वोट डालते आ रहे थे. लेकिन अबकी बार कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें रोहतक के बजाए जाटलैंड सोनीपत से चुनावी रण में उतार दिया. जब हुड्डा को टिकट मिली तो नामांकन करने में दो दिन बचे थे और वोट बनवाने का समय निकल चुका था. ऐसे में पूर्व सीएम खुद को अपना वोट नहीं डाल पाएंगे.
दिग्विजय चौटाला- सोनीपत से जेजेपी उम्मीदवार
दिग्विजय चौटाला सोनीपत से चुनाव लड़ रहे हैं, यहां उनका भी वोट नहीं है. ये उनका पहला चुनाव है. दिग्विजय भी अपने खुद के लिए अपने मत का प्रयोग नहीं कर पाएंगे.
कुलदीप शर्मा- करनाल से कांग्रेस उम्मीदवार
पूर्व स्पीकर और गन्नौर से कांग्रेस विधायक कुलदीप करनाल लोकसभा सीट से मैदान में हैं. उनकी विधानसभा सीट सोनीपत संसदीय क्षेत्र में पड़ती है. उन्हें भी अंतिम समय में पार्टी ने टिकट थमाया. ऐसे में कुलदीप के काम भी खुद का वोट नहीं आएगा.