भिवानी: मुख्यमंत्री अंत्योदय उत्थान योजना के तहत जिले के खंड कैरू में उस समय उत्सुकता का माहौल बना, जब मेले के लिए सरकार द्वारा नियुक्त स्टेट नोडल ऑफिसर एडीजीपी (प्रशासन) अरशिंदर चावला (ADGP Arshinder Chawla) ने अपनी मौजूदगी में पुलिस सहायता के लिए 112 नंबर डॉयल (dial 112 haryana) करवाया. नंबर डॉयल होने के मात्र छह मिनट के अंदर ही मदद के लिए पुलिस की इनोवा गाड़ी मौके पर पहुंची. पुलिस कर्मचारियों ने मौके पर मौजूद एडीजीपी को देखते ही उनको शैल्यूट किया और बॉस ने भी अपने कर्मचारियों को शाबाशी दी.
इस दौरान खंड कैरू के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय परिसर में बड़ी ही उत्सुकता का माहौल बना. मेले में शामिल हुए लोगों ने पुलिस प्रशासन की मुक्त कंठ से प्रंशसा की. दरअसल, बुधवार को भिवानी जिले के कैरू ब्लॉक में आयोजित मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना मेले में स्टेट नोडल आफिसर एडीजीपी अरशिंदर चावला निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे. उन्होंने सबसे पहले यहां पर लगाई गई स्टॉल का अवलोकन किया. इसी दौरान उनकी निगाह यहीं पर लगाई गई पुलिस सहायता की 112 नंबर के स्टॉल पर पड़ी.
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उन्होंने तुरंत धर्मबीर ग्रेवाल नामक पटवारी को बुलाया. एसडीएम संदीप अग्रवाल की मौजूदगी में एडीजीपी ने 112 नंबर पर की जाने वाली पुलिस की त्वरित कार्यवाई को दिखाने के लिए पटवारी से राजेश नाम के माध्यम से 12 बजकर 7 मिनट पर 112 नंबर पर उसके साथ मारपीट होने व पुलिस सहायता की मदद मांगी. ये नंबर सीधा चंडीगढ़ मुख्यालय मिला, जहां पर नियुक्त एक महिला कर्मचारी ने फोन को रिसीव किया और बड़ी गंभीरता से शिकायत को सुना. उन्होंने राजेश से उसकी लोकेशन के बारे में जानकारी ली.
इसके तुंरत बाद ही तोशाम से 112 नंबर से संबंधित पीसीआर से वापस शिकायतकर्ता के फोन पर कॉल आती है और उससे पूछा जाता है कि वह कहां पर है. राजेश ने पीसीआर के पुलिस कर्मचारी को बताया कि उसके साथ कैरू बीडीपीओ ऑफिस में मारपीट हुई है और फिलहाल वह वहीं पर है. जब तक राजेश फोन को अच्छी तरह से अपनी जेब में रख पाता, इसके साथ ही पुलिस कर्मचारी वहीं धर्मबीर से राजेश बने व्यक्ति के पास 12 बजकर 14 मिनट पर पहुंच जाते हैं, लेकिन सामने अपने बॉस एडीजीपी को देखते ही वे सारा माजरा समझ जाते हैं.
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इसके साथ ही पुलिस कर्मचारियों ने एडीजीपी को शैल्यूट किया, जिस पर बॉस ने अपने कर्मचारियों को शाबाशी दी और इसी तरह किसी भी व्यक्ति की मदद के लिए तुरंत प्रभाव से पहुंचने के निर्देश दिए. इसी दौरान एडीजीपी ने अंत्योदय उत्थान परिवार योजना मेले में पहुंचे लोगों को इनोवा वैन के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने एक व्यक्ति को घायल अवस्था का रूप दिलवाया और इनोवा गाड़ी को खुलवाया. पुलिस कर्मचारियों ने गाड़ी में रखे एक स्ट्रेचर को उतारा और घायल के रोल में मौजूद व्यक्ति को स्ट्रेचर पर लेटाया और उसे तुंरत इनोवा गाड़ी के अंदर किया.
एडीजीपी ने कहा कि इसे तुंरत मेडिकल सुविधा के लिए लेकर जाओ. इनोवा गाड़ी व्यक्ति को सांकेतिक रूप से बीडीपीओ परिसर से बाहर कुछ ही दूरी तक लेकर गई और व्यक्ति को सही सलामत उतारा. इस दौरान एडीजीपी ने नागरिकों से कहा कि पुलिस जरूरमंदों के लिए हर समय तैयार है. किसी भी व्यक्ति को घबराने की आवश्यकता नहीं है. किसी भी प्रकार की कोई समस्या या घटना होती है तो वे तुरंत 112 नंबर पर डॉयल करें. व्यक्ति को अलग-अलग हेल्पलाइन नंबर याद रखने की जरूरत खत्म हो गई है.
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