हिसार: बालसमंद मंडी में पांच जून को बीजेपी नेत्री सोनाली फोगाट और मार्केट कमेटी के सचिव सुल्तान सिंह के बीच हुए थप्पड़ कांड में पुलिस ने बुधवार को सोनाली फोगाट को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था, जहां से सोनाली को जमानत मिल गई थी. पुलिस ने जांच के बाद इस मामले को लेकर चालान भी पेश किया. पुलिस की तरफ से पेश किए गए चालान को लेकर ईटीवी भारत ने सोनाली फोगाट के वकील दिलीप जाखड़ से खास बातचीत की है.
'बिना दबाव हो रही है निष्पक्ष जांच'
दिलीप जाखड़ ने बताया कि चालान को पढ़ने से पता चलता है कि पुलिस पर, सरकार या किसी अन्य का कोई दबाव नहीं है और जांच निष्पक्ष की गई है. चालान के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि चालान में वही लोग गवाह बनाए गए हैं जो मौके पर थे. सुल्तान सिंह की तरफ से पांच गवाह मार्केट कमेटी के लिखे गए. वहीं अन्य गवाहों में पुलिस और डॉक्टर हैं. यदि पुलिस या सरकार पक्षपात करती तो चालान में सोनाली की तरफ से भी गवाह लिए जा सकते थे.
उन्होंने कहा कि सुल्तान सिंह की शिकायत के आधार पर जो धाराएं बनती हैं वही लगाई गई हैं. पुलिस यदि चाहती तो इन धाराओं में से कुछ धाराएं कम भी कर सकती थी. सुल्तान सिंह ने एसएचओ बालसमंद को लिखित शिकायत दी थी, जिसमें सोनाली के साथ छह से सात अन्य लिखा गया था. पुलिस की जांच में सुल्तान सिंह के दोबारा बयान लिए गए, जिसमें पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है.
उन्होंने बताया कि सभी छह आरोपियों को जमानत मिल चुकी है, लेकिन चार लोगों की तरफ से जमानती ना होने के कारण उन्हें जुडिशल भेजा गया है. वीरवार सुबह उनकी जमानत भरी जा चुकी है और वो शाम तक बाहर आ जाएंगे. कोर्ट में एक जुलाई को अगली सुनवाई होनी है. बुधवार को सोनाली फोगाट व एक अन्य आरोपी के सिक्योरिटी बांड भरे गए थे. अगली सुनवाई में उनपर चार्ज फ्रेम की कार्रवाई शुरू होगी. वहीं चार अन्य आरोपियों की एक जुलाई को प्रजेंस की तारीख लगाई गई है.