हरियाणा

haryana

ETV Bharat / city

फरीदाबाद की फूड सप्लाई डिपार्टमेंट ने राशन डीलर के गोदाम पर मारा छापा, 250 कट्टे बरामद

raid in ration dealer godown in Faridabad हरियाणा में फरीदाबाद की फूड सप्लाई डिपार्टमेंट और क्राइम ब्रांच की टीम ने संजय कॉलोनी के एक गोदाम पर छापा मारा. इस दौरान उन्होंने गरीबों को बांटे जाने वाले गेहूं के ढाई सौ कट्टे और अन्य पदार्थों बरामद किए हैं. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है.

raid in Sanjay Colony in Faridabad
फरीदाबाद की फूड सप्लाई डिपार्टमेंट ने राशन डीलर के गोदाम पर मारा छापा

By

Published : Aug 22, 2022, 10:55 AM IST

फरीदाबाद:हरियाणा में दिन-दहाड़े गोलीबारी, हत्या, बलात्कार व अन्य अपराधों के मामले बढ़ने लगे हैं. हरियाणा के फरीदाबाद में भी आपराधिक मामला सामने आया है. फरीदाबाद की फूड सप्लाई डिपार्टमेंट (Food Supply Department Faridabad) और क्राइम ब्रांच की टीम ने संजय कॉलोनी (raid in Sanjay Colony in Faridabad) के एक गोदाम पर छापा मारकर गरीबों को बांटे जाने वाले गेहूं के ढाई सौ कट्टे और अन्य पदार्थों के कट्टे बरामद किया है.

फरीदाबाद की क्राइम ब्रांच (Crime branch Faridabad) सेक्टर-65 को गुप्त सूचना मिली थी कि संजय कॉलोनी ठेके के समीप एक गोदाम में गरीबों को बांटा जाने वाला गेहूं भारी मात्रा में गाड़ी के अंदर स्टॉक कर रखा गया है. इस पर क्राइम ब्रांच की टीम ने फूड सप्लाई डिपार्टमेंट के अधिकारियों को अपने साथ लिया और छापा मार दिया. पुलिस के अनुसार गोदाम से लगभग 250 कट्टे गेहूं के बरामद किए (raid in ration dealer godown in Faridabad) गए.

इसके अलावा उसी गोदाम के अंदर भारी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ टैंकों के अंदर स्टोर किया हुआ था. हालांकि जब इससे संबंधित अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जितनी क्षमता का लाइसेंस गोदाम मालिक को स्टोर करने के लिए दिया हुआ है. उससे अधिक उसने गोदाम के अंदर स्टोर किया हुआ है, जो कि गैरकानूनी है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.

वहीं, गोदाम मालिक अजय वर्मा का कहना है कि यह कोई ज्वलनशील पदार्थ नहीं है. उसने कहा कि, मेरे पास सब के लाइसेंस हैं जो मैंने इन्हें दिख दिया है. उसने कहा कि गेहूं की बोरियां किसकी है, इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है. फिलहाल मामले की जांच अभी भी चल रही है. क्राइम ब्रांच, फूड सप्लाई विभाग एवं अन्य संबंधित विभाग जांच कर रही है.

ये भी पढ़ें:अंबाला में साइबर ठगी, 1930 हेल्पलाइन नंबर की मदद से बचे 9.80 लाख रुपये

ABOUT THE AUTHOR

...view details