भिवानी: युवा कल्याण संगठन द्वारा पिछले काफी समय से जिले में समाजहित के कार्य किए जा रहे हैं. कोरोना काल के दौरान भी युवा कल्याण संगठन द्वारा कोरोना महामारी के दौरान अपनी सेवाएं देने वाले कोरोना योद्धाओं को भी सम्मानित किया जा चुका है. अब इससे एक कदम ओर आगे बढ़ाते हुए संगठन ने एक अनोखी पहल शुरू की है.
स्वस्थ हुए मरीजों से की प्लाज्मा डोनेट करने की अपील
इस पहल के तहत जो लोग कोरोना पॉजिटीव हुए थे और अब ठीक हो चुके हैं, उन लोगों से संगठन के संरक्षक कमल सिंह प्रधान ने अपील की है कि वे अपना प्लाज्मा डोनेट करें, ताकि जो लोग कोरोना पॉजिटिव हैं और इस वक्त सीरियस हैं, उनका प्लाज्मा थेरेपी से इलाज किया जा सके और वे भी जल्द रिकवर कर सकें.
युवा कल्याण संगठन के संरक्षक कमल सिंह प्रधान ने कहा कि प्लाज्मा डोनेट करने वाले लोगों को संगठन द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा और साथ ही समाज में उनकी एक अलग ही छवि उभर कर सामने आएगी. कमल सिंह प्रधान मंगलवार को बीटीएम चौक पर मजदूरों को जनता रसोई द्वारा तैयार किया गया आर्युवेद काढ़ा पिलाने के बाद लोगों से बातचीत कर रहे थे.
क्या है प्लाज्मा थेरेपी, कैसे होता है इलाज ?
कोरोना से ठीक हो चुके मरीज के शरीर से प्लाज्मा लिया जाता है. ये प्लाज्मा खून में बनता है, इससे एक से दो लोगों को ठीक कर सकते हैं. प्लाज्मा थेरेपी में एंटीबॉडी का इस्तेमाल किया जाता है. किसी वायरस के खिलाफ शरीर में एंटीबॉडी तभी बनता है, जब व्यक्ति संबंधित वायरस से पीड़ित हो. जैसे कि जो व्यक्ति कोरोना से पीड़ित होने के बाद ठीक हो गया, उस व्यक्ति के शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ एंडीबॉडी बनता है. यह एंटीबॉडी तब ही बनता है जब मरीज ठीक हो जाता है.