हरियाणा

haryana

ETV Bharat / briefs

फरीदाबाद में अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले का उद्घाटन, राज्यपाल और सीएम ने दीप प्रज्वलित कर किया शुभारंभ

हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और प्रदेश के मुखिया मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले का शुभारंभ (International Surajkund Fair) कर दिया. इस दौरान राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि ये मेला कला, संगीत एवं सभ्यता का संगम है.

International Surajkund Fair
International Surajkund Fair

By

Published : Mar 20, 2022, 8:50 AM IST

Updated : Mar 20, 2022, 9:52 AM IST

फरीदाबाद: शनिवार को 35वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले का शुभारंभ (International Surajkund Fair) हो गया है. हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और प्रदेश के मुखिया मनोहर लाल खट्टर ने दीप प्रज्वलित कर मेले का शुभारंभ किया. इस दौरान राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय क्राफ्ट मेला बुनकरों, शिल्पकारों तथा कलाकारों को मंच प्रदान करता है. इससे उन्हें अपनी प्रतिभा को तराशने एवं आजीविका कमाने मदद मिलेगी. साथ ही यह मेला कला, संगीत एवं सभ्यता का संगम है.

गौरतलब है कि राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उज्बेकिस्तान के राजदूत दिल्शोद अख्तोव, केन्द्रीय विद्युत् एवं भारी उद्योग राज्यमंत्री कृष्णपाल, हरियाणा के पर्यटन मंत्री कंवर पाल, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा तथा मुख्य सचिव संजीव कौशल ने दीप प्रज्ज्वलन से 35वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय क्राफ्ट्स मेले का शुभारम्भ किया. सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के चेयरमैन अरविन्द सिंह तथा वाइस चेयरमैन एमडी सिन्हा भी मौके पर मौजूद रहे. राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने बताया कि गत मेले में 200 करोड़ रूपये का निर्यात हुआ था और सरकार ने हथकरघा उद्योग को जीएसटी से मुक्त रखा है तथा प्रदेश में 1,000 करोड़ रुपय की लागत से विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है. पानीपत से 4000 करोड़ के हैंडलूम का निर्यात किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह मेला बुनकरों व शिल्पकारों को उनके उत्पादों कि बिक्री के लिए एक मंच प्रदान करता है.

फरीदाबाद में अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले का उद्घाटन, राज्यपाल और सीएम ने किया दीप प्रज्वलित

बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि भारत और उज्बेकिस्तान के रिश्ते गहरे हैं. उज्बेकिस्तान 35वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय क्राफ्ट्स मेले का (Surjkund Mela in Haryana) भागीदार राष्ट्र है, जिससे रिश्ते और प्रगाढ होंगे. इस मेले में विभिन्न 30 देशों के शिल्पकार व कलाकार भाग ले रहे हैं. ऐसे आयोजनों से कला व संस्कृति को बढ़ावा मिलता है. उन्होंने कहा कि इस मेले का थीम राज्य जम्मू-कश्मीर है, जिसे धरती का स्वर्ग कहा जाता है. इस राज्य की नक्काशी व कारीगरी विदेशों में प्रसिद्द है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कला व संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रहीं हैं. उन्होंने कहा ऐसे अवसरों से “वोकल पर लोकल” को बढ़ावा मिलेगा.

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और अतिथियों का स्वागत करते लोग

ये भी पढ़ें-कुरुक्षेत्र में मनाया जा रहा है अंतरराष्ट्रीय सरस्वती मेला, देखिए शानदार तस्वीरें

उद्घाटन समारोह के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि 35वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय क्राफ्ट मेले में उज्बेकिस्तान के भागीदार राष्ट्र बनने से हरियाणा व उज्बेकिस्तान का दिल से दिल (H-to-H) का रिश्ता बनेगा. उन्होंने कहा इससे पहले भी उज्बेकिस्तान एक बार भागीदार राष्ट्र रहा है. उन्होंने कहा कि तोमर वंश के शासक आनंदपाल द्वितीय ने सूर्यदेवता कि स्मृति में यह तालाब बनवाया था. सन 1987 में लगाया गया यह क्राफ्ट्स मेला रुपी पौधा आज वटवृक्ष बन गया है, जिसकी शिल्पकारों व कलाकारों को छाया मिल रही है. आजादी का अमृत महोत्सव के तहत किये जा रहे क्राफ्ट्स मेले के आयोजन से लोगों में देशभक्ति कि भावना भी जागृत होगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू व कश्मीर इस वर्ष क्राफ्ट्स मेले का स्टेट भागीदार है. सीएम ने बताया कि उन्होंने लगभग 6-7 वर्ष जम्मू-कश्मीर में कार्य करने के दौरान वहां की शिल्पकारी को नजदीक से देखा है. यहां के कलाकारों की कलाकृतियां बेहतर है. मनोहर लाल ने कहा कि यह मेला विभिन्न संस्कृतियों का संगम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” के तहत हरियाणा प्रदेश ने गत वर्ष तेलंगाना राज्य के साथ मिलकर कार्य किया है व भविष्य में अन्य राज्यों के साथ कार्य किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस मेले में विभिन्न कलाओं व संस्कृतियों के मिलन से अच्छी विचारधारा विकसित होगी, जो विध्वंसकारी घटनाओं को रोकने में भी मददगार होगी. उन्होंने बताया कि इस मेले के आयोजन से शिल्पकारों, कलाकारों व बुनकरों में आर्थिक आत्मनिर्भरता बढ़ेगी. गत मेले में लगभग 12 लाख पर्यटक शामिल हुए थे.

सूरजकुंड मेले का शुभारंभ

ये भी पढ़ें-हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने छठी से 10वीं तक की इतिहास की पुस्तक बदली

वहीं मेले के भागीदार राष्ट्र उज्बेकिस्तान के राजदूत दिल्शोद अख्तोव ने कहा कि उनका राष्ट्र इस मेले में (Surajkund Handicraft Fair) दूसरी बार भागीदार राष्ट्र बना है. उन्होंने कहा कि उज्बेकिस्तान द्वारा वैश्विक महामारी कोविड-19 की समाप्ति के बाद भारतीयों के लिए इलेक्ट्रोनिक वीजा शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि इस मेले के आयोजन से विभिन्न देशों के शिल्पकारों व कलाकारों को मंच प्राप्त हुआ है, जिसके माध्यम से वे अपनी कला में और निखार ला सकेंगे. दिल्शोद ने कहा कि भारत व उज्बेकिस्तान के बीच 18 मार्च 1992 को डिप्लोमेटिक रिश्ते शुरू हुए थे, जो ऐसे आयोजनों से और प्रगाढ होंगे.

मेले में सांस्कृतिक प्रस्तुति देते कलाकार

वहीं हरियाणा के मुख्यसचिव संजीव कौशल ने कहा कि इससे पूर्व इस मेले का आयोजन फरवरी माह में किया जाता रहा है, परन्तु कोविड महामारी के संक्रमण के दृष्टिगत इस मेले का आयोजन अब किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि फरीदाबाद जिला में लगभग 110 प्रतिशत कोविड रोधी टीकाकरण हुआ है, जो सम्पूर्ण देश में अधिक है. उन्होंने कहा कि भारत और उज्बेकिस्तान की भाषाओं में लगभग 5 हजार शब्द एक समान है. हुनरमंद शब्द भी इनमे से एक है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इस मेले में सभी पुख्ता प्रबंध किये गये हैं तथा पार्किंग के लिए पार्किंग क्षेत्र को बढ़ाया गया है. मेला क्षेत्र में सुरक्षा की दृष्टि से लगभग 300 सीसीटीवी कैमरें भी लगायें गये हैं तथा पुलिस के जवान भी निरंतर चौकन्ना रहेंगे.

ये भी पढ़ें-कैंसर पीड़ित मरीजों को कीमोथेरेपी के बाद नहीं होगा गंजापन, गुरुग्राम के इस अस्पताल में आई नई टेक्नोलॉजी

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP

Last Updated : Mar 20, 2022, 9:52 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details