Lata Mangeshkar Demise: लोक गायिका शारदा सिन्हा बोलीं- 'अपूरणीय क्षति को नहीं किया जा सकता पूरा' - Sharda Sinha on Lata Mangeshkar demise
भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन (Lata Mangeshkar Passes Away) पर मशहूर लोक गायिका पद्म भूषण शारदा सिन्हा ने शोक जताया (Padma Bhushan Sharda Sinha) है. उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर हम सभी की प्रेरणा थीं. खासकर जो संगीत से जुड़े लोग हैं, उन सभी की वो प्रेरणा रहीं. वो विश्व की ऐसी धरोहर रहीं, जिनके लिए कहा जा सकता है ना भूतो ना भविष्यति. कभी भी इस अपूरणीय क्षति को पूरा नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि वो इससे बहुत ही व्यथित हूं और पूरा कलाकार जगत व्यथित है. उन्होंने कहा कि मैं बचपन से ही लता दीदी को फॉलो करती थी. मैं जब बहुत छोटी थी तब धर्मयुग में उनका पता निकला था तो मैंने वो काटकर रखा था. मैं उनको चिट्ठियां लिखती थी. मेरी आज तक ये आस रह गई कि मैं लता दीदी को सामने से मिलूं. सौभाग्य इतना जरूर कहा कि जब फिल्म 'मैंने प्यार किया' में गीत गाया, तो मुझे इस बात की बहुत खुशी थी कि लता दीदी के सारे गाने इसमें थे. मैंने भी इस फिल्म में एक गाना गाया था और लता दीदी को भी इस बात से खुशी थी कि फिल्म में मैंने भी एक गीत गाया है, तो मुझे इस बात की बहुत खुशी रही.