नई दिल्ली/नोएडा:ग्रेटर नोएडा में सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ निवेशक अपनी मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. निवेशक यमुना प्राधिकरण कार्यालय पर सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. उनका कहना है कि सुपरटेक बिल्डर्स के प्रोजेक्ट में कई साल पहले निवेश कर दिया. उसके बाद भी उन्हें ना तो पजेशन मिल रहा है और ना ही मालिकाना हक मिल रहा है. इसके साथ ही बेसिक सुविधाओं के अभाव में हो रही परेशानियों के कारण वह बिल्डर के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि यह बिल्डर और निवेशकों का मामला है, इससे प्राधिकरण का कोई हस्तक्षेप नहीं है.
दरअसल, सुपरटेक बिल्डर ने 2012 में अपकंट्री प्रोजेक्ट शुरू किया गया था, जिसमें लोगों ने निवेश किया और उनको जल्द ही मकान देने का वादा किया गया था. निवेशकों ने बताया कि 2012 से लेकर अब तक वह किश्त के रूप में मोटी रकम बिल्डर को दे चुके हैं, लेकिन उन्हें अभी तक फ्लैट नहीं मिले हैं. वहीं कुछ ऐसे भी निवेशक हैं जिनको फ्लैट मिल गए हैं, लेकिन रजिस्ट्री उनके नाम पर नहीं हुई है. उनका कहना है कि बिल्डर को रकम देने के बाद भी बिल्डर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं कर रहा है.
यमुना प्राधिकरण कार्यालय पर अपनी मांगों को लेकर धरना दे रही निवेशक राधिका ने बताया कि 2012 में सुपरटेक बिल्डर के प्रोजेक्ट में निवेश किया था. तब से लेकर अब तक लगातार वह किस्तों के रूप में बिल्डर को धनराशि देते आ रहे हैं. लेकिन उन्हें अभी तक फ्लैट नहीं मिला है वहीं उनका कहना है कि कई बार बिल्डर और प्राधिकरण से इसकी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन प्राधिकरण और बिल्डर उनकी समस्याओं को सुनने को तैयार नहीं है. इसलिए अब वह प्राधिकरण कार्यालय पर अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं.
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