नई दिल्ली/नोएडा: नेशनल हाईवे 91 और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर स्थानीय लोगों को टोल फ्री करने की मांग को लेकर पंचायत का आयोजन किया गया. जिसमें कई संगठनों के प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने भाग लिया. उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा के 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांव के स्थानीय लोगों का टोल टैक्स फ्री किया जाए. इसी मांग को लेकर उन्होंने तहसीलदार को जिला अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा.
दरअसल, नेशनल हाईवे 91 पर लुहारली गांव के पास टोल प्लाजा बनाया गया और टोल प्लाजा के दायरे में आने वाले गांव के ग्रामीणों को टोलफ्री की सुविधा दी गई. इन गांवों के ग्रामीण टोल प्लाजा पर अपनी आईडी दिखाकर फ्री निकलते थे लेकिन अब टोल प्लाजा पर आईडी के बाद भी उनसे टोल टैक्स की वसूली की मांग की जा रही है. इसके साथ ही ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर बील अकबरपुर गांव में टोल प्लाजा है. वहां पर भी स्थानीय लोगों को आईडी के बाद भी टोल टैक्स फ्री नहीं किया जा रहा. जिसको लेकर ग्रामीणों को काफी दिक्कतें हो रही है. इसी को लेकर बुधवार को चिटहेरा गांव में दर्जनों गांवों के लोगों ने इकट्ठा होकर एक पंचायत का आयोजन किया गया. इसमें सभी ने अपनी मांगों को लेकर दादरी तहसीलदार विवेकानंद तिवारी को जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा.
जय जवान जय किसान मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक किसान नेता सुनील फौजी एडवोकेट ने बताया कि नेशनल हाईवे 91 और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे टोल प्लाजा पर स्थानीय लोगों को आईडी के बाद भी टोल वसूली के लिए दबाव बनाया जा रहा है. जबकि एनएचएआई द्वारा टोल प्लाजा के परिधि में आने वाले गांव के स्थानीय लोगों से पहले टोल टैक्स फ्री किया गया था, लेकिन अब स्थानीय लोगों से भी जबरन टोल वसूली की मांग की जा रही है. इसको लेकर दर्जनों गांवों के लोगों ने रविवार को चिटहेरा गांव में एक पंचायत का आयोजन किया.