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DU Admission: अरबिंदो कॉलेज में देना होगा अंडरटेकिंग, कम हाजिरी पर परीक्षा नहीं दे सकते छात्र

कई छात्र ऐसे होते हैं जो सुबह उठकर नियमित रूप से कॉलेज आने में आलस कर जाते हैं जिसका नतीजा ये होता है कि उनकी हाजिरी तय मानक के अनुसार कम पाई जाती है.

अरबिंदो कॉलेज

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Published : Jun 11, 2019, 3:33 PM IST

नई दिल्ली: डीयू में इन दिनों दाखिला प्रक्रिया चल रही है. डीयू के अंतर्गत आने वाले अरबिंदो कॉलेज प्रशासन ने इस सत्र में छात्रों की हाजिरी सुनिश्चित करने के लिए एक अहम कदम उठाया है.

उपस्थिति के लिए लिया ये फैसला
इस विशेष प्रक्रिया के तहत दाखिला लेने वाले छात्रों को एक अंडरटेकिंग देनी होगी. इसे लेकर अरबिंदो कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. विपिन अग्रवाल ने कहा कि छात्रों को कॉलेज के नियमों के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए और पूरे साल उनकी कॉलेज में हाजिरी सुनिश्चित करने के लिए ये फैसला लिया गया है.

DU में छात्रों को देना होगा अंडरटेकिंग

कॉलेज प्रशासन को होगा अधिकार
दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले अरबिंदो कॉलेज में छात्रों को दाखिले के समय एक अंडरटेकिंग भी लिख कर देनी होगी, जिसमें सभी छात्र लिखित रूप से खुद को वचनबद्ध करेंगे कि वे कॉलेज के नियमों के प्रति संवेदनशील रहेंगे और नियमित रूप से कॉलेज आएंगे. ये भी लिखेंगे कि यदि वे कॉलेज नहीं आते और उनकी हाजिरी तय मानक से कम होती है तो कॉलेज प्रशासन को पूरा अधिकार होगा कि उन्हें परीक्षा में ना बैठने दे.

तय मानक से कम होती है हाजिरी
अरविंदो कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर विपिन अग्रवाल ने बताया कि पिछले कई वर्षों के अनुभव के आधार पर इस सत्र से ये फैसला लिया गया है. उन्होंने बताया कि डीयू में दाखिला लेने वाले कई छात्र बाहरी प्रदेशों से आते हैं जो अपनी रोजमर्रा जिंदगी के लिए पार्ट टाइम नौकरी करते हैं या कहीं और काम करते हैं. कई छात्र ऐसे भी होते हैं जो सोशल मीडिया पर ज्यादा समय बिताते हैं. ऐसे में 10 से 20 फीसदी छात्र ऐसे होते हैं जो सुबह उठकर नियमित रूप से कॉलेज आने में आलस कर जाते हैं जिसका नतीजा ये होता है कि उनकी हाजिरी तय मानक के अनुसार कम पाई जाती है.

विपिन अग्रवाल, प्रिंसिपल (अरबिंदो कॉलेज)

कम से कम 67 फीसदी हो हाजिरी
प्रोफेसर अग्रवाल ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय के नियम के अनुसार प्रत्येक छात्र की हाजिरी कम से कम 67 फीसदी होनी चाहिए जबकि अमूमन ऐसा होता नहीं. परीक्षा के समय हाजिरी कम होने की वजह से छात्र को परीक्षा देने से रोका जाता है तो छात्र इसका विरोध करते हैं. शिक्षकों को भी लगता है कि छात्र की पूरे वर्ष की मेहनत असफल हो जाएगी केवल कम हाजिरी की वजह से. इसलिए वे भी कोई कार्रवाई नहीं कर पाते.

'मानसिक तनाव देना मंशा नहीं है'
प्रोफेसर अग्रवाल ने बताया कि साल के अंत में परीक्षा के समय किसी भी तरह की कोई समस्या ना आए इसीलिए सत्र की शुरुआत में ही छात्रों को कॉलेज के सभी नियमों से अवगत कराया जा रहा है. साथ ही उनसे अंडरटेकिंग इसलिए ली जा रही है ताकि वे अपनी हाजिरी के प्रति सतर्क रहें और नियमित रूप से कॉलेज आएं.
उन्होंने कहा कि इससे छात्रों का ही लाभ है. नियमित रूप से कॉलेज आने पर उनकी पढ़ाई भी सुचारू रूप से चलेगी साथ ही हाजिरी को लेकर भी कोई परेशानी नहीं होगी.

सादे पेपर पर लिखना होगा अंडरटेकिंग
कॉलेज द्वारा लिया गया ये निर्णय पूर्ण रूप से पारित हो चुका है और छात्र एक सादे सफेद कागज पर अंडरटेकिंग लिखकर अपने हस्ताक्षर सहित सभी दस्तावेजों के साथ कॉलेज में जमा करवाएंगे. उन्होंने कहा कि अंडरटेकिंग लेने के पीछे छात्रों को किसी तरह का मानसिक तनाव देने की कोई मंशा नहीं है.

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