नई दिल्ली: मेट्रो और डीटीसी बसों में महिलाओं की फ्री राइड योजना को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. सोमवार को योजना आयोग की पूर्व मुख्य सलाहकार रेणुका विश्वनाथन ने मुफ्त मेट्रो योजना को लेकर मेट्रोमैन ई श्रीधरन की आशंकाओं का जवाब दिया है. उन्होंने इस बाबत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी 3 पेज का पत्र लिखा है.
सब्सिडी से कमजोर समूह मजबूत होगा
रेणुका ने कहा है कि हमें सिखाया गया था कि सब्सिडी खराब है, क्योंकि वो बाजार की कीमतों को विकृत करती है, लेकिन सब्सिडी समाज के कमजोर समूह को मजबूत भी कर सकती है. उन्होंने लिखा कि बाजार की विकृतियों को सही करके प्रोत्साहन दे सकती है.
उन्होंने लिखा कि, मैंने देखा है कि ब्राजील जैसे देशों में कुछ समूहों के लिए बसों में मुफ्त यात्रा है. दिल्ली में भी सरकार ने महिलाओं के लिए ये योजना बनाने की बात कह कर जता दिया है कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में मोबिलिटी कितनी अहम है.
'महिलाएं बिना भ्रमण के सशक्त नहीं हैं'
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में रेणुका विश्वनाथन ने ये भी कहा है कि उनके दृष्टिकोण में जिस महिला के पास पैसे नहीं है वो भ्रमण के लिए स्वतंत्र नहीं है तो वो सशक्त नहीं है. महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा कुछ और संतुलनों को नष्ट करेगी, लेकिन हममें से जो लोग बस यात्रा के लिए भुगतान करना चाहते हैं वे ऐसा कर सकते हैं.