नई दिल्ली: दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में 15 जून को एक कोचिंग सेंटर में आग लगने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर दमकल विभाग द्वारा कोचिंग सेंटरों के फायर सेफ्टी ऑडिट का काम शुरू किया गया. इसके बाद 21 व 22 जून को दमकल विभाग ने इलाके के 60 कोचिंग सेंटर की जांच की. इसमें चौंकाने वाली बात सामने आई है कि सभी 60 कोचिंग सेंटर सेफ्टी ऑडिट में फेल पाए गए. मुखर्जी नगर इलाके में बड़ी संख्या में कोचिंग सेंटर हैं, जिनमें यूपीएससी परीक्षाओं की तैयारी, सीए, सीएस और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए स्टूडेंट आते हैं. ऑडिट के बाद दमकल विभाग ने बताया कि किसी भी कोचिंग सेंटर में आग लगने की स्थिति में छात्रों को बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं पाए गए.
दिल्ली फायर सर्विस विभाग के सीनियर अधिकारी ने बताया कि मुखर्जी नगर इलाके में कोचिंग सेंटरों की सेफ्टी ऑडिट की गई थी, जिसमें एक भी कोचिंग सेंटर में ऐसा नहीं पाया गया, जहां आग लगने की आपात स्थिति में सुरक्षा उपकरणों की मदद से आग पर तुरंत काबू पाया जा सके. किसी भी कोचिंग सेंटर में आग पर काबू पाने के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं थे और जहां फायर एक्सटिंग्विशर मिले भी, वो या तो बहुत पुराने थे या लोगों को उन्हें चलाने की ट्रेनिंग नहीं दी गई थी.
साथ ही यह भी पाया गया कि ज्यादातर कोचिंग सेंटरों की सीढियां इतनी संकरी है कि उनमें आग लगने की स्थिति में भगदड़ मच सकती है. ज्यादातर कोचिंग सेंटर सिंगल सीढ़ियों वाली बिल्डिंग में चलाए जा रहे हैं, जबकि नियमों के अनुसार बड़ी बिल्डिंगों में दो सीढ़ियों का होना आवश्यक है. कोचिंग संचालक नियमों को ताख पर रख कर और बच्चों की जान की बगैर परवाह किए ऐसी जगहों का इस्तेमाल कर रहे हैं.