नई दिल्ली: हर साल पूरी दुनिया में 25 जून को वर्ल्ड विटिलिगो डे मनाया जाता है. इसको मनाने का मकसद लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करना है. सबसे पहले विटिलिगो दिवस 2011 में मनाया गया था. उस समय संयुक्त राष्ट्र ने हर साल 25 जून को विश्व विटिलिगो दिवस मनाने की घोषणा की थी. हर साल एक थीम के तहत इसे मनाया जाता है. इस बीमारी के प्रति देश में लोगों का अलग-अलग नजरिया है.
विश्व विटिलिगो दिवस के अवसर पर दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में प्रसिद्ध आयुर्वेदिक त्वचा विशेषज्ञ डॉक्टर नितिका कोहली की तरफ से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में विटिलिगो बीमारी से ग्रसित महिलाओं और पुरुषों ने रैंप वॉक किया और केक काटकर इस दिवस को सेलिब्रेट किया गया.
डॉक्टर निकिता कोहली ने बताया कि हमारा इस बार यह दूसरा प्रोग्राम है. इस बार हमने बड़े स्तर पर इस प्रोग्राम को आयोजित किया है. मेरा मानना है कि अभी इस बीमारी के बारे में भारत में कम लोग जागरूक है. यह दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाता है. हालांकि भारत में इस दिवस के बारे में लोगों को अभी भी जानकारियां नहीं है. आज यहां पर जितनी भी महिलाएं थी, सफेदी से ग्रसित थी, जो एक लाइलाज बीमारी नहीं है. इससे ठीक भी हो सकते हैं.