नई दिल्ली:केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्यालय के जरिए 20 फरवरी से दिल्ली में हुनर हाट का आयोजन शुरू हो गया है. हुनर हाट का 26वां संस्करण है. देश भर के अलग-अलग राज्यों से लाए गए हुनर का यह मेला 1 मार्च तक चलेगा. इस हाट में एक साथ एक मंच पर 600 से ज्यादा कारीगर अपने अपने राज्य की दस्तकारी, शिल्पकारी और वहां के लजीज व्यंजनों का स्वाद लेकर आए हैं, लेकिन पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इंडिया गेट पर लगे हुनर हाट में बिहार के लिट्टी चोखे का स्वाद चखने के बाद इस बार फिर लिट्टी-चोखा लोगों के लिए मनपसंद व्यंजन बना हुआ है.
लॉकडाउन के बाद हुनर हाट से मिला रोजगार
बिहार के समस्तीपुर से आए फूल कुमार शाह ने कहा कि लॉकडाउन जैसे गंभीर संकट के बाद हुनर हाट उनके लिए एक उम्मीद की किरण बनकर आया है, क्योंकि लॉकडाउन के चलते काम धंधा पूरी तरीके से बंद हो गया था, लेकिन हम लोगों को प्रधानमंत्री ने हुनर हाट के जरिए रोजगार दिया है, उन्होंने कहा कि इससे पहले पीतमपुरा और लखनऊ में भी उन्होंने लिट्टी चोखे का स्टॉल लगाया था, और इसके जरिए न केवल उनके खाने को बल्कि उन्हें भी पहचान मिली है, उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सरकार हम छोटे-छोटे कारीगरों को आगे बढ़ा रही है. हम दिल से उनका धन्यवाद करना चाहते हैं. फूल कुमार ने बताया कि दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में लगे हुनर हाट में लगाई गई उनकी स्टॉल से 12 लोगों को रोजगार मिल रहा है.