नई दिल्ली:अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बुधवार को मनाया जाएगा. इसे दुनिया भर में मनाने के लिए जोर-शोर से तैयारियां चल रही है. देश के तमाम बड़े नेताओं के सुबह योग कार्यक्रम के शेड्यूल तय हो गए हैं. इधर, योग दिवस से ठीक पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का दर्द छलका है. उन्होंने इसे सोशल मीडिया के जरिए इजहार भी किया है.
केजरीवाल ने ट्वीट किया है कि कल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है. ये दिवस हमें योग करने के लिए प्रेरित करता है. दो वर्ष पहले दिल्ली सरकार ने दिल्ली वालों के लिए फ्री योग क्लासेज शुरू की. लगभग 17,000 लोग प्रतिदिन इनमें योग करने लगे. पिछले वर्ष इन्होंने ये योग क्लासेज बंद करवा दीं. लोग बहुत दुःखी हुए. इस से किसका फायदा हुआ? क्या इस तरह जन हितकारी कार्यक्रम बंद करने चाहिये?
पंजाब में लोगों का मिल रहा समर्थनः केजरीवाल ने कहा है कि हमारे लिये तो योग दिवस उस दिन होगा जब मैं अपने दिल्लीवालों के लिए फिर से फ्री योग क्लासेज शुरू करूंगा. पर अच्छी नीयत हो तो भगवान भी साथ देते हैं. इन्होंने हमें दिल्ली में रोका, हमने पंजाब में फ्री योग क्लासेज शुरू कर दीं. मुझे खुशी है पंजाब में इसे लोगों का जबर्दस्त समर्थन मिल रहा है.
केजरीवाल पर भाजपा ने किया पटलवारःदिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि किसी भी शुभ अवसर पर विवादित बयान देना मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रोजमर्रा का हिस्सा बन चुका है. आज एक बार फिर से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर बयान देकर बता दिया कि यह उनकी अब फितरत बन चुकी है.
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री हमेशा यह बताने की कोशिश करते हैं कि उन्हें काम करने से रोका जाता है. जबकि, हकीकत यह है कि उन्हें अपने कार्य अराजक तरीके से करना होता है. केजरीवाल सरकार द्वारा शुरू किए गए योग क्लासेस सिर्फ योगा शिक्षकों की सैलरी ना देने की वजह से बंद किये गए. जबकि केजरीवाल ने ही बयान दिया था कि अगर जरूरत पड़ी तो कटोरे लेकर घर -घर जाकर भीख मांगूगा लेकिन योगा क्लासेस बंद नहीं होने दूंगा.
योग दिवस पर योगा करते CM अरविंद केजरीवाल. (फाइल फोटो)
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को कभी भी योग सिखाने के लिए किसी ने रोका नहीं है. उनसे तो हम खुद कहते हैं कि आप योगा क्लासेस लगवाइये, लेकिन अरविंद केजरीवाल सरकार ने योग क्लासेस को सिर्फ अपने प्रचार का हिस्सा मात्र बना रखा है. अगर उन्हें सच में योग क्लासेज की चिंता होती तो योग शिशक रखने की प्रशासनिक स्वीकृति ले लेते, लेकिन अरविंद केजरीवाल दिखावे की राजनीति करते हैं.
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2021 में दिल्ली में शुरू हुई थी योगा क्लासेजः दिल्ली सरकार ने दिसंबर 2021 में दिल्ली की योगशाला नाम से कार्यक्रम शुरू किया था. जिसमें दिल्ली के अलग-अलग इलाकों के पार्कों या सार्वजनिक स्थानों पर 25 से ज्यादा लोग इकट्ठे होकर अगर दिल्ली सरकार को मिस्ड कॉल करें तो सरकार एक प्रशिक्षक भेजती थी और उनको प्रतिदिन फ्री में योग सिखाती और करवाती थी. करीब 590 स्थानों पर रोजाना योग की क्लासेज चलती थी. इनमें करीब 17 हजार लाभार्थी रोजाना आ रहे थे.
गत वर्ष नवंबर में जब योगा शिक्षकों को देने के लिए फंड की कमी आड़े आई तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस पर निजी क्षेत्र के लोगों को आर्थिक सहायता देने की अपील की. उसके बाद कुछ दिनों तक योग की क्लासेस चली, लेकिन एक महीने बाद ही यह पूरी तरह बंद हो गई. जो आज तक दोबारा शुरू नहीं पाई है.