कालकाजी पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ अवधूत नई दिल्ली: होली के त्यौहार को लेकर चारों तरफ हर्षोल्लास का माहौल है. मंगलवार शाम को होलिका दहन होना है. राजधानी दिल्ली में भी होलिका दहन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. होलिका दहन का क्या शुभ मुहूर्त है इसको लेकर हमने कालकाजी मंदिर के पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ अवधूत से बात की.
कालकाजी पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि होली का पर्व सनातन धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. होली की पूर्व संध्या पर होलिका दहन किया जाता है. इसको पाप पर पुण्य की जीत का पर्याय माना जाता है. इस वर्ष होलिका दहन का शुभ मुहूर्त मंगलवार शाम के 6:24 से रात 8:51 बजे के बीच है. इस दौरान होलिका का दहन करना शुभ होगा.
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बताया कि होलिका दहन के लिए लकड़ी एक जगह एकत्रित की जाती है और आस-पास के क्षेत्रवासी वो होलिका के पास आकर लकड़ी और नया अनाज अर्पित करते हैं. होलिका की परिक्रमा और पूजन करते हैं. फिर मुहूर्त के दौरान होलिका का दहन किया जाता है और अगले दिन होली मनाई जाती है. लोग हर्षोल्लास के साथ एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाते हैं और एक दूसरे से खुशियां बांटते हैं.
बता दें, कोरोना महामारी की वजह से दो-तीन वर्ष बाद होली का पर्व इस साल सामान्य तरीके से मनाया जा रहा है, जिसको लेकर लोगों में काफी उत्साह है. लोग हर्षोल्लास के साथ होली मनाना चाहते हैं. होली और होलिका दहन को लेकर लोगों में उत्साह है. जगह-जगह होलिका दहन की तैयारियां चल रही हैं. राजधानी दिल्ली में होली को लेकर पुलिस की तरफ से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं.
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