नई दिल्ली: सोशल मीडिया का पासवर्ड हो या ऑनलाइन बैंकिंग का, इन्हें बनाते समय अधिकांश लोग आसानी से याद रखने वाले नाम या नंबर का चयन करते हैं. कोई अपने परिवार के सदस्य का नाम रखता है तो कोई अपनी जन्म तिथि को पासवर्ड बना लेता है. इन पासवर्ड्स को कोई भी हैकर पल भर में जानकर आपके सोशल मीडिया या बैंक अकाउंट में सेंध लगा सकता है.
साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल ने बताया कि भारत में लोग अपना पासवर्ड रखते समय बिल्कुल भी सावधानी नहीं बरतते. वो हमेशा ऐसा पासवर्ड बनाते हैं जो उन्हें आसानी से याद रहे, लेकिन जितना ये उस शख्स के लिए याद करना आसान होता है, उससे कहीं ज्यादा आसान किसी हैकर के लिए पता करना होता है. काफी लोग अपनी बर्थ डेट या शादी की तारीख को अपना पासवर्ड बना लेते हैं. कुछ लोग अपने मोबाइल नंबर या गाड़ी के नंबर को भी पासवर्ड बना लेते हैं, जिसे कोई भी हैकर जान सकता है.
साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल ने दी सिक्योर पासवर्ड की सलाह ऐसा होना चाहिए पासवर्ड
पवन दुग्गल ने बताया कि पासवर्ड अंग्रेजी में रखने की जगह अपने क्षेत्रीय भाषा में रखें तो बेहतर होगा. पासवर्ड में आप नंबर को मिला लेते हैं तो ये एक सुरक्षित पासवर्ड बन जाता है. वहीं अगर आप अंग्रेजी के अक्षर, नंबर और स्पेशल कैरेक्टर जैसे @ या # आदि को अपने पासवर्ड में शामिल कर लेते हैं तो इस पासवर्ड को तोड़ना किसी भी हैकर के लिए असंभव सा हो जाता है. लोगों को अपना पासवर्ड इसी तरह का बनाना चाहिए ताकि उनकी जानकारी पूरी तरह से सुरक्षित रहे.
स्मार्टफोन का पासवर्ड
अधिकांश लोग अपने स्मार्टफोन में पैटर्न वाला पासवर्ड डालते हैं, जो पूरी तरह से असुरक्षित है. गूगल द्वारा किये गए सर्वे में पता चला है कि 10 ऐसे पासवर्ड के पैटर्न हैं जो 90 फीसदी लोग रखते हैं. बड़ी संख्या में लोग अपने नाम के पहले अक्षर का पैटर्न पासवर्ड बनाते हैं. पैटर्न के पासवर्ड को तोड़ना हैकर के लिए बेहद आसान होता है. इसलिए एक्सपर्ट की सलाह मानते हुए लोगों को नंबर वाले पासवर्ड रखने चाहिए.