नई दिल्ली:सावन की अंतिम सोमवारी, भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए बहुत ही खास रहने वाला है. सावन के अंतिम सोमवार के दिन ही सोम प्रदोष व्रत भी पड़ रहा है. सोम प्रदोष व्रत और सावन सोमवार व्रत दोनों ही भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है. इसके साथ ही इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं. ऐसे में धार्मिक दृष्टिकोण से सावन का अंतिम सोमवार बेहद खास माना जा रहा है. जिसमें किए पूजा-व्रत से भक्तों को लाभ होगा.
गौरी शंकर मंदिर:इस पावन मौके पर चांदनी चौक स्थित प्राचीन गौरी शंकर मंदिर के कपाट रात 2 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए मंदिर में भी सुबह से ही भक्तों के पहूंचने का सिलसिला शुरू हो गया था. भगवान भोलेनाथ की आराधना के लिए लगातार भक्तों की भीड़ लगी हुई है. हाथों में भांग, धतूरे, बेल-पत्र, जल और दूध लेकर महादेव का अभिषेक करने के लिए श्रद्धालु मंदिर में पहुंच रहे हैं. इस दौरान लगातार मंदिर में महादेव के जयकारे होते रहे.
सोम प्रदोष व्रत:सावन के 8वें और अंतिम सोमवार पर सोम प्रदोष व्रत का अद्भुत संयोग बन रहा है. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करने के बाद सुबह 7:30 बजे तक शिवलिंग पर जलाभिषेक, रुद्राभिषेक करने से बाबा भोलेनाथ अति प्रसन्न होंगे. इसके बाद फिर सुबह 09:00 से 12:00 बजे के बीच बाबा का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी. इसके बाद सूर्यास्त के समय प्रदोष काल में भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा पाठ करनी चाहिए. साथ ही शिवलिंग पर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव की कृपा आप पर बनी रहेगी.