नई दिल्ली:अरविंद केजरीवाल ने अपने आधिकारिक आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली में बनाए जाने वाले 16 नए कूड़े के पहाड़ों के ऊपर ना सिर्फ अपनी बात रखी बल्कि बीजेपी के ऊपर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दिल्ली में नए कूड़े का पहाड़ 'आप' नहीं बनने देगी. हमने दिल्ली के स्कूलों और अस्पतालों को अच्छे तरीके से चला कर दिखाया है अगर दिल्ली की जनता हमें राजधानी में कूड़े के मैनेजमेंट की जिम्मेदारी देगी तो हम वह भी अच्छे से कर दिखाएंगे. दिल्ली को कूड़े के पहाड़ों से मुक्त करेंगे.
दिल्ली समेत पूरे देश भर में 40 ठिकानों पर चल रही एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) की छापेमारी के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) ने शुक्रवार को अपने आधिकारिक आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने दिल्ली की बड़ी समस्या बन चुके 3 कूड़े के पहाड़ों पर अपनी बात रखी. केजरिवाल ने कहा कि दिल्ली के अंदर पिछले कुछ सालों में हमने हर क्षेत्र में काफी काम किया है. शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी और बिजली में काफी इंप्रूवमेंट की है. लेकिन राजधानी दिल्ली की सफाई व्यवस्था एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें अभी भी काफी इंप्रूवमेंट करने की आवश्यकता है. दिल्ली में हर जगह कूड़ा ही कूड़ा है, जिसको लेकर थोड़ी शर्म भी आती है कि हमारी दिल्ली इतनी गंदी क्यों है.
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भलस्वा, ओखला और गाजीपुर के इलाकों में स्थित कूड़े के पहाड़ जो दिल्ली के अंदर है, आज दिल्ली के लिए शर्मिंदगी का कारण बन रहे हैं. इन कूड़े के पहाड़ों के आसपास के कई किलोमीटर के एरिया में रहने वाले लोगों की जिंदगी आज नर्क हो चुकी है. इन कूड़े के पहाड़ों के आसपास कई कई किलोमीटर तक ना सिर्फ कूड़े की बदबू पहुंचती है बल्कि कीड़े-मकोड़े और मच्छर की वजह से लोगों का जीना मुहाल हो रखा है. कभी भी इनमें आग लग जाती है और उसका धुआ कई किलोमीटर तक फैल जाता है. जिसकी वजह से लोगों को परेशानी होती है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आगे अपनी बात रखते हुए कहा कि हमें कोशिश करनी चाहिए कि तीनों को कूड़े के पहाड़ को खत्म करें, साथ ही दुनिया के अन्य देशों में जिस तरह से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के सिस्टम को लागू किया गया है. उसी सिस्टम को दिल्ली में भी लागू किया जाए, लेकिन यह सब अभी तक नहीं किया गया है. आज हजारों करोड़ रुपये इन कूड़े के पहाड़ को खत्म करने के लिए खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद इन पहाड़ों की हाइट हर रोज बढ़ रही है. रोज यहां ढाई हजार मैट्रिक टन कूड़ा आ रहा है और महज डेढ़ हजार कूड़े का निस्तारण हो रहा है, जिसकी वजह से दिन पर दिन इनकी हाइट बढ़ रही है. इसके बाद अब यह सुनने में आ रहा है कि यह लोग दिल्ली में 16 अलग-अलग जगह कूड़े के नए पहाड़ बनाने जा रहे हैं. यदि ऐसा हुआ तो दिल्ली के अंदर कोने-कोने में न सिर्फ कूड़े का पहाड़ होंगे, बल्कि इनके चलते दिल्लीवासियों की परेशानी कई गुना तक बढ़ेगी. इससे ना सिर्फ लोगों को 24 घंटे बदबू का सामना करना पड़ेगा बल्कि मच्छरों की उत्पत्ति भी बढ़ेगी. अगर ऐसा हुआ तो दिल्ली कूड़े के पहाड़ों की राजधानी बन जाएगी.