नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का आज जन्मदिन है. वे अपना 52वां जन्मदिन तिहाड़ जेल में मनाएंगे. पिछले साल 26 फरवरी को सीबीआई द्वारा गिरफ्तार करने के बाद से सिसोदिया तिहाड़ जेल में ही बंद हैं. निचली अदालत, दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से सात बार उनकी जमानत याचिका खारिज हो चुकी है. इस वजह से सिसोदिया को तमाम त्योहारों के बाद अब अपना जन्मदिन भी जेल के अंदर में ही मनाना पड़ेगा.
मनीष सिसोदिया के जन्मदिन पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने 'एक्स' पर एक भावुक पोस्ट किया है. मनीष सिसोदिया को जन्मदिन की बधाई देते हुए सीएम ने लिखा, 'ये दोस्ती बहुत पुरानी है. हमारा स्नेह और भरोसा बहुत मजबूत है. जनता के लिए काम करने का ये जुनून भी बहुत पुराना है. साजिश रचने वाले लाख कोशिश कर लें.. ये भरोसा, ये स्नेह और ये दोस्ती कभी नहीं टूटेगी.'
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे लिखा, 'बीजेपी ने झूठे केस लगाकर मनीष को पिछले 11 महीने से जेल में रखा हुआ है. लेकिन मनीष इनके ज़ुल्म के आगे डटकर खड़े हैं, इनकी तानाशाही के सामने ना अब तक झुके हैं और न भविष्य में कभी झुकेंगे. तानाशाही के इस दौर में मनीष का साहस हम सबको प्रेरणा देता है. जन्मदिन मुबारक हो मनीष'
अरविंद केजरीवाल से मिले मनीष:जानकारी के अनुसार, वर्ष 1998 में अरविंद केजरीवाल के एनजीओ के एक कार्यक्रम को कवर करने के दौरान, मनीष सिसोदिया की उनसे मुलाकात हुई थी. उसके बाद दोनों की दोस्ती हो गई. फिर दोनों ने पब्लिक कॉज रिसर्च फाउंडेशन नाम से एक एनजीओ शुरू की और मिलकर काम करने लगे. इसके बाद मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल ने मिलकर परिवर्तन नाम से एक और एनजीओ बनाया. 2006 में सिसोदिया ने नौकरी छोड़कर पूरी तरह एनजीओ के लिए ही काम करने लगे.
वर्ष 2011 में अन्ना हजारे आंदोलन से जुड़े:वर्ष 2011 में केंद्र की तत्कालीन यूपीए सरकार के खिलाफ शुरू किए गए अन्ना हजारे के आंदोलन में अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया अपने अन्य साथियों के साथ शामिल हुए और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए लड़ाई लड़ने का ऐलान किया. करीब एक महीने तक चले आंदोलन में मनीष सिसोदिया और केजरीवाल ने मंच से खूब भाषण देकर लोगों को आंदोलन में आने के लिए प्रेरित किया और आंदोलन को सफल बनाया.
2012 में बनाई आम आदमी पार्टी:अन्ना आंदोलन से चर्चा में आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने सिसोदिया के साथ ही 2 अक्टूबर 2012 को रामलीला मैदान से एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया. पार्टी के गठन के बाद सिसोदिया उसको विस्तार देने में जुट गए और संगठन में लोगों को जोड़कर दिसंबर 2013 में हुए दिल्ली के विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली सीट से और मनीष सिसोदिया ने पटपड़गंज विधानसभा से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इसके बाद कांग्रेस के सहयोग से जब केजरीवाल 49 दिन के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री बने तो सिसोदिया भी उनके साथ मंत्री बने. इसके बाद फिर 2015 में सिसोदिया ने पटपड़गंज विधानसभा से ही चुनाव लड़ा और बीजेपी के विनोद कुमार बिन्नी को हराकर जीत हासिल की.