भुवनेश्वर: सर्जियो लोबेरा की एफसी गोवा और जॉन ग्रेगोरी की चेन्नइयन एफसी शनिवार को कलिंगा स्टेडियम में पहली बार सुपर कप फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल में खेलेंगे.
आई-लीग क्लब चेन्नई सिटी ने क्वार्टर फाइनल में मौजूदा चैम्पियन बेंगलुरू एफसी को मात देकर पहले ही टूर्नामेंट से बाहर कर दिया है जिसके कारण इस बार हमें नया चैम्पियन देखने को मिलेगा.
गोवा का पलड़ा भारी
इंडियन सुपर लीग की दो टीमों के बीच होने वाले इस फाइनल में गोवा का पलड़ा भारी नजर आ रहा है. इस सीजन गोवा का प्रदर्शन दमदार रहा है और उसने आईएसएल फाइनल में भी जगह बनाई थी.
बैंगलुरू ने अतिरिक्त समय तक गए रोमांचक फाइनल को जीतकर खिताब अपने नाम किया था, लेकिन सेमीफाइनल में मौजूदा आई-लीग चैम्पियन चेन्नई सिटी को 3-0 से हरा चुकी गोवा की टीम इस बार वो गलतियां नहीं दोहराना चाहेगी.
चेन्नइयन ने सभी को चौकाया
दूसरी ओर, दो बार की आईएसएल चैम्पियन चेन्नइयन की टीम ने सुपर कप में अपने अच्छे प्रदर्शन से सबको चौंका दिया है.
आईएसएल 2018-19 में चेन्नइयन ने बेहद खराब प्रदर्शन किया था और केवल दो मैच जीतकर आखिरी पायदान पर रही थी. टूर्नामेंट में वो कुल नौ अंक ही हासिल कर पाई थी.
सुपर कप में हालांकि, टीम बिल्कुल अलग नजर आ रही है. क्वॉलीफाइंग मैच में चेन्नइयन को वॉकओवर मिला और बाकी के तीन मुकाबलों में छह गोल करते हुए उसने फाइनल में जगह बनाई. इस दौरान चेन्नइयन के खिलाफ विपक्षी टीम केवल एक गोल ही कर पाई.
गणेश के रहने से युवा खिलाड़ी अनिरुद्ध थापा और राफेल अगुस्तो को मैदान में गेंद लेकर आगे जाने की स्वतंत्रता मिलेगी। थापा को क्वार्टर फाइनल एवं सेमीफाइनल में 'मैन ऑफ द मैच' अवॉर्ड मिला है और फाइनल जैसे अहम मैच में ग्रेगोरी उनसे दमदार खेल की उम्मीद करेंगे.