मुंबई :2019 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के सामने सबसे बड़ा सवाल नंबर चार के बल्लेबाज का था. भारत उस विश्व कप में बिना किसी विशेषज्ञ बल्लेबाज के ही गया था. सेमीफाइनल तक सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन फिर टीम इंडिया के सामने बाधा बने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट! 2019 में कीवी टीम के खिलाफ सेमीफाइनल में बोल्ट के कहर से भारत का शीर्ष क्रम ध्वस्त हो गया और इससे भारत का वनडे विश्व कप जीतने का सपना भी टूट गया.
चार साल बाद, भारत और न्यूजीलैंड मौजूदा क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में मुंबई के प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम में आमने-सामने होंगे. इस बार स्थिति अलग है. इस विश्व कप में भारत के पास चौथे नंबर पर श्रेयस अय्यर के रूप में एक विशेषज्ञ बल्लेबाज है और मुंबईकर ने अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया है.
श्रेयस अय्यर का अब तक का करियर उतार-चढ़ाव भरा रहा है. उन्होंने 2015 में महज 20 साल की उम्र में इंडियन प्रीमियर लीग में डेब्यू किया था. उन्होंने 2017 में भारत के लिए अपना पहला टी20 और वनडे खेला था. लेकिन इसके बाद वह अपने प्रदर्शन में निरंतरता बरकरार नहीं रख सके. लेकिन पिछले दो सालों में वह सही मायनों में टीम इंडिया में रच-बस गए हैं. अब इस विश्व कप में उन्होंने महत्वपूर्ण चौथे स्थान पर अच्छा प्रदर्शन किया है और टीम प्रबंधन द्वारा दी गई भूमिका को बखूबी निभाया है.
श्रेयस का सपना पूरा हुआ
श्रेयस अय्यर के कोच और भारत के पूर्व बल्लेबाज प्रवीण आमरे ने मौजूदा वर्ल्ड कप में उनके प्रदर्शन को लेकर 'ईटीवी भारत' से खास बातचीत की. श्रेयस अय्यर ने रविवार को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में नीदरलैंड के खिलाफ अपना पहला विश्व कप शतक बनाया. प्रवीण आमरे ने कहा कि श्रेयस का सपना सच हो गया है. आमरे ने चुटकी लेते हुए कहा, 'किसी भी खिलाड़ी का सपना विश्व कप में शतक बनाने का होता है. श्रेयस का भी यही सपना था, जो अब पूरा हो गया है'.