आईसीसी ने केपटाउन पिच को असंतोषजनक करार दिया, रोहित शर्मा ने उठाए थे सवाल
भारत बनाम अफ्रीका के बीचल खेले गए दूसरे मुकाबले में 92 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा था. यह मैच सबसे कम समय में पूरा हुआ. आईसीसी ने इसके बाद उस पिच की जांच कराई थी. आईसीसी रेफरी ने जांच रिपोर्ट सौंपते हुए उसे अंसतोषजनक बताया है. पढ़ें पूरी खबर....
नई दिल्ली :भारत बनाम अफ्रीका के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में पिच को लेकर जो सवाल उठे थे उसे आईसीसी की एक रिपोर्ट ने और हवा दे दी है. दरअसल आईसीसी ने कैपटाउन की न्यूलैंड्स पिच को असंतोषजनक रेटिंग दी है. आईसीसी ने कैपटाउन में सबसे कम समय में पूरा होने के बाद इस पिच की जांच का निर्णय लिया था.
इस मैच में किसी भी टेस्ट मैच से सबसे कम गेंदे फेंकी गई थी. दोनों टीमों की चार पारियों में 642 गेंदी फेंकी गई थी. आईसीसी के मैच रेफरी क्रिस बॉड ने अपनी एक रिपोर्ट सौंपी है. जिसमें उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए पिच को असंतोषजनक करार दिया है. ब्रॉड ने कहा, 'न्यूलैंड्स की पिच पर बल्लेबाजी करना बहुत मुश्किल था. पूरे मैच के दौरान गेंद तेजी से और कभी-कभी खतरनाक तरीके से बाउंस होती थी, जिससे प्लेयर को शॉट खेलना मुश्किल हो जाता था. कई बल्लेबाजों के दस्तानों पर गेंद लगी और अजीब उछाल के कारण कई विकेट भी गिरे.
बता दें कि आईसीसी पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रक्रिया में, यदि किसी पिच या आउटफील्ड को घटिया स्तर का दर्जा दिया जाता है, तो उस स्थान को कुछ नकारात्मक अंक दिए जाते हैं. एक डिमेरिट अंक उन स्थानों को दिया जाता है. यदि कोई स्थान छह डिमेरिट अंक तक पहुंच जाता है, तो उसे 12 महीने के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी से निलंबित कर दिया जाता है. 12 डिमेरिट अंक के मामले में जुर्माना 24 महीने का है. हालांकि, दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के पास प्रतिबंध के खिलाफ अपील करने के लिए 14 दिन का समय है.
बता दें कि मोहम्मद सिराज के 15 रन देकर 6 विकेट के बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत दक्षिण अफ्रीका को पहली पारी में 55 रन पर समेट दिया था. अफ्रीका के 55 रनों के जवाब में भारत 153 रन पर सिमट गई और भारत की आखिरी 5 विकेट बिना एक भी रन बने गिर गई थी. उसके बाद बल्लेबाजी करने आई अफ्रीका ने 98 रन की बढ़ाई और भारत ने आसानी से जीत हासिल की है.