बैंगलोर : आखिरी ओवरों में रसेल के 13 गेंदों में 48 रन की पारी की बदौलत ही केकेआर की टीम हारा हुआ मैच जीतने में कामयाब रही. केकेआर की टीम एक समय मैच हारने के कगार पर खडी़ थी लेकिन रसेल ने 18वें ओवर में तीन छक्के और 19वें में 4 छक्के जड़कर अपनी टीम को एक और जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई.
मैच के बाद रसेल ने कहा, मुझे लगता है कि मेरे लिए कोई भी मैदान बड़ा नहीं है. मैं बस अपनी ताकत पर विश्वास करता हूं. मेरी बैट स्पीड अच्छी है. मैं उसपर विश्वास करता हूं. उन्होंने आगे कहा कि लो फुल टॉस के लिए हाथ और आंख का समन्वय होना महत्वपूर्ण है, क्योंकि ऐसी गेंदों को हिट करना आसान नहीं होता है.उन्होंने कहा, 'जब मैं बल्लेबाजी के लिए उतरा तो मुझे अपने आप पर पूरा भरोसा था. डीके ने मुझसे कहा कि कुछ गेंद खेलो और देखो पिच कैसे खेल रही है. मैंने डगआउट से टीवी पर देखा था और मुझे इसका अंदाजा था. ऐसा हर मैच में नहीं होता जब 20 गेंद में 60 रन बनाने होते हैं. कहीं ना कहीं मेरे दिमाग चल रहा था कि हम ये रन नहीं बना सकेंगे लेकिन फिर भी लड़ना चाहता था और हुआ भी हम 5 गेंद पहले ही ये मैच जीतने में कामयाब हुए.