नई दिल्ली:बैडमिंटन की दुनिया में भारत का तिरंगा पूरी दुनिया में लहराने वाली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु के लिए आज का दिन बहुत खास है. आज उनका जन्मदिन है. आज ही के दिन साल 1995 में उनका जन्म हुआ था.
पीवी सिंधु ने बहुत छोटी उम्र में ही बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था. इसका एक कारण ये भी था कि पीवी सिंधु को खेल विरासत में मिला, उनके माता और पिता दोनों ही खिलाड़ी रहे हैं और वे भी बड़े खिलाड़ियों में शुमार किए जाते हैं. हालांकि ये बात और है कि पीवी सिंधु के माता पिता बैडमिंटन नहीं, बल्कि बॉलीबॉल के खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन सिंधु ने अपने लिए बैडमिंटन चुना और खेलते खेलते एक दिन देश में शीर्ष पर पहुंचने में कामयाब रहीं.
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बैडमिंटन की दुनिया में एक बड़ा खिलाड़ी हुआ, उनका नाम है पुलेला गोपीचंद. यही पुलेला गोपीचंद बाकी खिलाड़ियों की तरह पीवी सिंधु के भी गुरु हैं और उन्हीं से सिंधु ने बैडमिंटन की बारीकियां सीखी और एक दिन बड़ा नाम बन गई. पीवी सिंधु के करियर में सबसे ज्यादा अहम था साल 2013, जब पीवी सिंधु ने विश्व चैंपियनशिप में कॉस्य पदक जीता.