लॉस एंजलिसः हॉलीवुड के वन ऑफ द बेस्ट फिल्ममेकर स्टीवन स्पीलबर्ग बड़े होने के दौरान कई बातों की वजह से शर्मिंदगी महसूस करते थे, और उन्होंने कहा कि वो जूस होने के वजह से परेशान हुए हैं.
स्पीलबर्ग ने अपने खिलाफ हुई नफरत भरी दास्तान को याद करते हुए कहा, 'वेल, आप जानते हैं, जूस होना और ऐसी जगह बड़ा होना जहां ज्यादा जूस न हों, न्यू जर्सी ठीक था, वहां कोई दिक्कत नहीं थी, फिर मैं वेस्टिन आ गया, वहां मैंने एलिमेंट्री स्कूल स्टूडेंट के नाते यहूदियों के खिलाफ नफरत का सामना किया, और न ही सिर्फ पूरी स्कूल लाइफ बल्कि यहां तक कि वह ज्यादा मशहूर बच्चों को चुनते हैं कम को नहीं, जबकि मेरे केस में जीरो पॉपुलैरिटी.'
एस फिल्ममेकर ने आगे बताया, 'मैं इसे नफरत नहीं समझता था मुझे इससे शर्म आती थी. मैं बहुत सी बातों से शर्मिंदा था और बहुत सारी डांट और धौंस जताने ने मुझे जूस होने पर शर्मिंदा कर दिया. मैंने बहुत हद तक बाहरी महसूस किया और मैं जब बड़ा हुआ, तब मुझे अहसास हुआ कि धौंस जताना एक आसान तरीका है औरों को यह अहसास कराने का कि तुम सशक्त हो.'
'मैं जूस होने के लिए शर्मिंदा थाः' स्टीवन स्पीलबर्ग
फेमस हॉलीवुड फिल्ममेकर स्टीवन स्पीलबर्ग ने कहा कि अपने स्कूल के दिनों में उन्हें काफी डांट और परेशानी का सामना करना पड़ा जिसने उन्हें जूस होने के लिए शर्मिंदगी महसूस कराई.
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स्पीलबर्ग एलेक्स गिब्नी के साथ डिस्कवरी चैनल की सीरीज 'वाई वी हेट' में नफरत की भावना के बारे में और जानने के लिए मौजूद थे. उन्होंने शो को प्रोड्यूस भी किया है.
इस सीरीज के साथ स्पीलबर्ग उम्मीद करते हैं, 'नफरत की चाहे जो वजह हो उसे खत्म करने की आदत को पाया जा सके.'
स्टीवन स्पीलबर्ग की बेस्ट फिल्मों में 'जुरासिक पार्क' की तीनों सीरीज, 'शिंडलर्स लिस्ट', 'क्लोज एनकाउंटर टू द थर्ड काइंड', 'सेविंग प्राइवेट रायन', 'जॉस' और 'कैच मी इफ यू कैन' जैसी फिल्में शामिल हैं.
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