नई दिल्ली/नूंह: कोरोना के सबसे ज्यादा केस नूंह से सामने आए थे और नूंह प्रदेश में कोरोना हॉट स्पाट बन गया था. लेकिन पिछले छह दिन में नूंह में कोई नया कोरोना का मामला सामने नहीं आया है. जिससे की प्रशासन और इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है.
6 दिनों से कोई नया कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं आया सामने वहीं कुल 57 मामलों में से नल्हड़ मेडिकल कॉलेज आइसोलेशन वार्ड में भर्ती 35 लोगों पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं. अब जिले में एक्टिव केसों की संख्या 22 रह गई है. डीसी नूंह पंकज कुमार ने कहा कि जिले में पिछले 6 दिन से एक भी कोरोना पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है. वहीं ठीक होने वाले मरीज तब्लीगी जमात से संबंध रखते हैं. 35 स्वस्थ हुए लोगों को मालब गांव, शमसुद्दीन हॉस्टल में 14 दिन तक एहतियात के तौर पर रखा गया है, स्थानीय लोगों को घर भेजा गया है.
ठीक होने वालों में कई विदेशी
गुरुवार को डिस्चार्ज हुए आठ में से पांच लोग खानपुर घाटी गांव से हैं. इस गांव में जिले में सबसे ज्यादा केस मिले थे जो कि ट्रक चालक के संपर्क में आए थे. इन लोगों में देश के कई राज्यों के अलावा विदेश के भी कई लोग हैं जो स्वस्थ हो गए हैं. ठीक हुए विदेशी मरीजों को समसुद्दीन हॉस्टल में रखा गया है.
नल्हड़ मेडिकल कॉलेज से जिन लोगों को छुट्टी मिली उनमें केरल, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, नूंह इत्यादि के रहने वाले बताए जा रहे हैं. क्वारंटीन सेंटरों में से 17 लोगों को 21 अप्रैल को घर भेजा था, जो सभी स्थानीय थे. शुक्रवार को हरियाणा के अन्य जिलों के 17 और नूंह जिले के 65 लोगों को क्वारंटीन सेंटरों से रमजान के पर्व और 14 दिन का समय पूरा होने के कारण घर भेजा जा रहा है.
2166 लोग अभी भी हैं सर्विलांस पर
बता दें कि नूंह जिले में करीब 2596 लोगों को सर्विलांस पर रखा गया है जिनमें से 436 लोगों का सर्विलांस पीरियड पूरा हो चुका है. अब सर्विलांस पर 2166 लोग रखे गए हैं. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने अब तक 1706 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए पीजीआई रोहतक व गुरुग्राम के एक निजी लैब में भेजे हैं. जिनमें से 1478 की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है और 57 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है.
डीसी पंकज कुमार ने बताया कि जिले में 22 केस एक्टिव हैं, 35 मरीज को अब तक मेडिकल कॉलेज से छुट्टी दे दी गई है. अभी भी करीब 171 केसों की रिपोर्ट आनी बाकी है. मेडिकल कॉलेज और अल आफिया अस्पताल मंडीखेड़ा में कुल मिलाकर 22 लोग आइसोलेशन वार्ड में इस समय भर्ती हैं. छह दिन में कोई नया केस सामने नहीं आने से वास्तव में राहत देने वाली खबर है. स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ इलाके के लोगों को इन नतीजों से राहत मिलना लाजमी है.