नई दिल्ली/गाजियाबाद : आगामी 26 अक्टूबर को किसान हर जिले में जिलाधिकारी को ज्ञापन देंगे. महंगाई और लखीमपुर खीरी के मुद्दे का जिक्र होगा. इसके अलावा रास्ता रोकने को लेकर भी किसान अपनी बात जिलाधिकारी के सामने रखेंगे. इसके लिए गाजीपुर बॉर्डर पर रणनीति तैयार की गई है.
रास्ता रोकने को लेकर मचे घमासान के बीच किसानों ने बनाया प्लान B, जानें क्या है - गाजीपुर बॉर्डर
आगामी 26 अक्टूबर को हर जिले में किसान जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपेंगे. जिसमें अलग-अलग मांगों का हवाला दिया जाएगा. इसके अलावा किसान महंगाई के मुद्दे पर भी अब मुखर हो रहे हैं. किसानों का कहना है कि महंगाई उन्हें भी सता रही है.
किसानों ने आज एक बार फिर अपनी बात को दोहराते हुए कहा कि रास्ता किसानों ने नहीं रोका है. यही नहीं रास्ता रोकने के मुद्दे पर आज दिल्ली पुलिस के साथ राकेश टिकैत की वार्ता भी हुई. आपको बता दें पिछले 3 दिनों से गाजीपुर बॉर्डर पर रास्ता रोकने के मामले पर घमासान मचा हुआ है, जिसमें राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर लगे हुए दिल्ली पुलिस के बैरिकेड पर अपनी मांग भी लिख दी थी. उन्होंने मामले में सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सरकार से रास्ता खोलने की अपील की थी.
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किसानों से जब बात की गई तो उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में जवाब देने के लिए तैयारी किसानों ने कर रखी है. राकेश टिकैत ने पहले ही कहा है कि उनके वकील सुप्रीम कोर्ट में आगामी 7 दिसंबर को होने वाली सुनवाई पर जवाब दाखिल करेंगे. बार-बार किसान नेता यही कहते हैं कि उन्होंने रास्ता नहीं रोका है. अगर उन्हें दिल्ली जाने दिया जाए तो वह यहां से तुरंत चले जाएंगे. इसके लिए बैरिकेट्ड हटना जरूरी है.
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