नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना वायरस के खतरे के चलते गाजियाबाद की डासना जेल से 89 कैदियों को 8 हफ्ते की जमानत पर रिहा किया गया है. इन कैदियों में एक महिला कैदी भी शामिल हैं. ये सभी कैदी 7 साल से कम सजा वाले मामलों में जेल में बंद थे. देश में बढ़ते कोनोना के संकट और जेल में बढ़ती हुई कैदियों की संख्या को ध्यान में रखकर रविवार को एक लिस्ट तैयार की गई. इसमें से 89 कैदियों को चिन्हित करके जमानत पर रिहा किया गया है.
सुनें जेल से रिहा होने के बाद क्या बोले कैदी
सर्वोच्च न्यायालय का निर्देश
जेल सुपरीटेंडेंट विपिन कुमार मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश शासन द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर डासना जिला जेल में 7 साल से कम सजा के केस में बंद कैदियों की लिस्ट बनाने को कहा गया था. इस दौरान 707 विचाराधीन कैदियों और 66 सजायाफ्ता कैदियों की लिस्ट तैयार की गई थी. यह सभी 7 साल से कम सजा के प्रावधान मामले में डासना जिला जेल में बंद थे. रविवार को बंदियों को चिन्हित किया गया. फिलहाल कुल 89 कैदियों को रविवार को रिहा कर दिया गया है. इनके मामलों के निस्तारण संबंधी औपचारिकताएं भी की गई हैं जो कोर्ट में पूरी होंगी. सभी कैदियों को निर्देश दिया जा रहा है कि जमानत की अवधि खत्म होने के बाद तुरंत कोर्ट में सरेंडर कर दें.
सजायाफ्ता कैदी भी पैरोल पर हो सकते हैं रिहा
बताया जा रहा है कि अन्य 66 सजायाफ्ता कैदी भी चिन्हित किए हैं. उन्हें भी 8 सप्ताह के पैरोल पर रिहा किया जा सकता है. जेल से छूटने के बाद कैदी काफी खुश नजर आए. कैदियों को छोड़ने के लिए बस की व्यवस्था की गई थी. बस के द्वारा इन कैदियों को बस अड्डे छोड़ा गया.