नई दिल्ली:मिल्स ऑफ हैपीनेस नाम के एनजीओ ने स्लम इलाके में बच्चों को बांटी चॉकलेट बांटी. एनजीओ की प्रेसिडेंट ने बताया कि yogurt berry की अलग-अलग तरह की वैरायटी है. जो उन लोगों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद है, जिनको खाने मे प्रोटीन नहीं मिलता. या तो जो लोग काम करते-करते थक जाते हैं और खाना खाना भूल जाते हैं. उनके लिए यह न्यूट्रिशन बार बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है. क्योंकि इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, जैसे कई नेचुरल इनग्रेडिएंट्स है.
मिल्स ऑफ हैपीनेस NGO ने स्लम इलाके मे बच्चों को बांटी एनर्जी चॉकलेट
MEALS OF HAPPINESS नाम के एक एनजीओ ने वसंतकुंज के बंगाली बस्ती में बच्चों के बीच एनर्जी चॉकलेट बांटी. जिसका नाम yogurt berry है. एनजीओ की प्रेसिडेंट ने बताया कि बगैर लाभ के हम लोगों की मदद करेंगे.
![मिल्स ऑफ हैपीनेस NGO ने स्लम इलाके मे बच्चों को बांटी एनर्जी चॉकलेट meals of happiness ngo distributed chocolate](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-9468625-thumbnail-3x2-mhd.jpg)
NGO ने स्लम इलाके मे बच्चों को बांटी चॉकलेट
NGO ने स्लम इलाके मे बच्चों को बांटी चॉकलेट
आपको बता दें कि MEALS OF HAPPINESS लगातार कोरोना के समय से इस तरीके का काम कर रहा है. यह जगह-जगह पर लोगों को खाना, कपड़े और इसी तरह की मदद करता रहता है.एनजीओ का कहना है कि इन्होंने कई कैंसर मरीज को ठीक करवा कर नौकरी दिलाई है और आने वाले समय में यह गरीबों की मदद करेंगे.