नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को देश के सबसे लंबे एलपीजी पाइपलाइन की आधारशिला रखेंगे. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि यह पाइपलाइन देश की एक चौथाई आबादी की ईंधन की जरूरतों को पूरा करेगी.
राज्य के स्वामित्व वाली इंडियन ऑयल कॉर्प (आईओसी) देश में रसोई गैस की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश में गोरखपुर से गुजरात तट तक एक एलपीजी पाइपलाइन बिछा रही है. आईओसी की योजना गुजरात में कांदला में एलपीजी आयात करने की है और इसे 1,987 किलोमीटर पाइपलाइन के माध्यम से अहमदाबाद (गुजरात में), उज्जैन, भोपाल (मध्य प्रदेश में), कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी और लखनऊ (उत्तर प्रदेश में) के रास्ते गोरखपुर तक ले जाने की योजना है.
प्रधान ने कहा कि यह संभवतः दुनिया की सबसे लंबी एलपीजी (तरलीकृत पेट्रोलियम गैस) पाइपलाइन है, जिसे 9,000 करोड़ रुपये की लागत से बिछाया जाएगा.
पाइपलाइन 3.75 मिलियन टन प्रति वर्ष एलपीजी का वहन करेगी. पाइपलाइन कांदला बंदरगाह के साथ-साथ गुजरात में आईओसी की कोयली रिफाइनरी की एलपीजी जरूरतों को पूरा करेगी. यह देश की सबसे बड़ी एलपीजी पाइपलाइन होगी.