लखनऊ : उत्तर प्रदेश के चुनाव में एआईएमआईएम (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की एंट्री से जहां सियासी बयानबाजियां तेज हो गई हैं. वहीं अपने विवादित बयानों से अक्सर सुर्खियों में बने रहने वाले शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चैयरमैन वसीम रिजवी (Waseem rizvi) ने भी ओवैसी को लेकर बड़ा बयान दिया है. वसीम रिजजवी ने बयान जारी कर ओवैसी कि तुलना आतंकी अबू बक्र अल बगदादी से कर डाली.
ओवैसी को बताया इस्लामिक जिहादी
आरएसएस (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) के अल्पसंख्यकों को लेकर दिए गए बयान का समर्थन करते हुए वसीम रिजवी ने कहा कि मोहन भागवत ने हिंदू और मुसलमान के साथ सभी धर्मों में भाईचारा और मेल मिलाप के लिए जो संदेश दिया है वह हिंदुस्तान की तरक्की के लिए है, लेकिन यह सारे संदेश हिंदुस्तान के बगदादी यानी असदुद्दीन ओवैसी को नहीं पसंद आयेंगे.
वसीम रिजवी का ओवैसी पर बड़ा हमला. वसीम ने कहा 'ओवैसी को कुरान मजीद से जो संदेश मिले हैं उसको इस तरह की बातें कैसे पसंद आ सकती है. ओवैसी हिंदुस्तान में एक इस्लामिक जिहादी है जो मोहब्बत की बात नहीं समझता है और हिंदुओं के कत्लेआम या फिर हिंदुओं के धर्म परिवर्तन की बातों को अपना लक्ष्य समझता है.'
क्या कहा था मोहन भागवत ने
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित किए गए एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है. भागवत ने कहा, 'सभी भारतीयों का डीएनए एक है, चाहे वे किसी भी धर्म के हों.' उन्होंने लिंचिंग को लेकर कहा कि 'इसमें शामिल लोग हिंदुत्व के खिलाफ हैं और लोकतंत्र में हिंदुओं या मुसलमानों का प्रभुत्व नहीं हो सकता है.'
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ओवैसी का पलटवार- 'ये नफरत हिंदुत्व की देन है'
ओवैसी ने ट्वीट करते मोहन भागवत के बयान पर पलटवार किया.ओवैसी ने लिखा, 'RSS के भागवत ने कहा कि लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व विरोधी हैं. इन अपराधियों को गाय और भैंस में फर्क नहीं पता होगा, लेकिन कत्ल करने के लिए जुनैद, अखलाक़, पहलू के नाम ही काफी थे. ये नफरत हिंदुत्व की देन है, इन मुजरिमों को हिंदुत्ववादी सरकार की पुश्त पनाही हासिल है.'
उन्होंने आगे लिखा, 'केंद्रीय मंत्री के हाथों अलीमुद्दीन के कातिलों की गुलपोशी हो जाती है, अखलाक़ के हत्यारे की लाश पर तिरंगा लगाया जाता है, आसिफ को मारने वालों के समर्थन में महापंचायत बुलाई जाती है, जहां भाजपा का प्रवक्ता पूछता है कि क्या हम मर्डर भी नहीं कर सकते? कायरता, हिंसा और कत्ल करना गोडसे की हिंदुत्व वाली सोंच का अटूट हिस्सा है. मुसलमानों की लिंचिंग भी इसी सोच का नतीजा है.'